मुश्किल में इमरान खान, आतंकवाद और बढ़ती महंगाई के बाद अब HIV बना पाकिस्तान की नई मुसीबत
नई दिल्ली। आंतकवाद पर दोहरे मापदंड की वजह से पाकिस्तान की मुश्किल बढ़ती जा रही है। विश्व में अलग-थलग पड़े पाकिस्तान के सामने बड़ी चुनौती देश में बढ़ती महंगाई पर काबू पाना है। बढ़ते कर्ज के साथ-साथ पाकिस्तान पर कर्ज लगातार बढ़ रहा है। इन तमाम मुश्किलों से अब छुटकारा मिला भी नहीं कि पाकिस्तान को नई मुसीबत से घेर लिया। पाकिस्तान में HIV पॉजिटिव मरीजों की तादात में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पाकिस्तान स्वास्थ्य एजेंसियां एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की बढ़ती संख्या से परेशान हैं।
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पाकिस्तान की नई मुसीबत
पाकिस्तान
में
एचआईवी
एड्स
पीड़ितों
की
संख्या
में
लगातार
बढ़ोतरी
हो
रही
है।
सिंध
प्रांत
में
एचआईवी
पॉजिटिव
मरीजों
की
संख्या
बेकाबू
सी
हो
गई
है।
पाकिस्तान
के
स्वास्थ
एजेंसियों
के
आंकड़ों
के
मुताबिक
सिंध
प्रांत
के
लरकाना
और
रातोदेरो
शहरों
में
700
एचआईवी
पॉजिटिव
मरीज
पाए
गए
हैं,
जिसमें
576
बच्चे
ही
हैं।
पाकिस्तान में बढ़ रही है एड्स पीड़ितों की संख्या
पाकिस्तान में एचआईवी एड्स पीड़ितों की संख्या बढ़ता देख WHO, UNICEF और UNAIDS जैसे स्वास्थ्य एजेंसियां हैरान है। इन वैश्विक संस्थाओं ने हालात पर काबू पाने के लिए अपने प्रतिनिधियों को पाकिस्तान भेजा है। ये एजेंसियां इस रोग के मूल वजह पता लगानें में जुट गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के 12 एक्सपर्ट की एक टीम कराची पहुंच चुकी है।
क्या है कारण
पाकिस्तानी स्वास्थ्य एजेंसियों के मुताबिक इंजेक्शन देने वाले सीरिंज का दोबारा इस्तेमाल, ब्लड ट्रांसफ्यूजन के इक्विपमेंट की कमी जैसे कारणों की वजह से एचआईवी के फैलने का मुख्य कारण है। वहीं डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों के मुताबिक पाकिस्तान के सिर्फ एक इलाके में 700 से ज्यादा एड्स रोगियों के आंकड़ें से वो परेशान है। ये आंकड़ा दुनिया भर के एचआईवी एक्सपर्ट के लिए बेहद चिंता का विषय है। अधिकारी ये जानने की कोशिश कर रहे हैं कि इतनी बड़ी तादात में बच्चे कैसे इस लाइलाज बीमारी के शिकार हो गए। आपको बता दें कि कराची दुनिया के उन शहरों में शामिल है जहां एचआई का प्रसार सबसे तेजी से हो रहा है।