पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी बोले, 'अचानक हो सकता है भारत के साथ युद्ध'
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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि जम्मू कश्मीर के हालातों की वजह से भारत के साथ कभी भी युद्ध छिड़ सकता है। कुरैशी ने यह बात जेनेवा में जारी यूनाइटेड नेशंस ह्यूमन राइट्स (यूएनएचआरसी) सत्र से अलग उस समय कही जब वह मीडिया से मुखातिब थे। पाकिस्तान की तरफ से दावा किया गया है कि जम्मू कश्मीर को लेकर यूएनएचआरसी में जो बयान दिया गया था, उसे दुनिया के 60 देशों का समर्थन हासिल है।
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जम्मू कश्मीर की वजह से युद्ध
कुरैशी ने कहा कि उनका मानना है कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही संघर्ष के नतीजों के बारे में बेहतरी से समझते हैं। लेकिन साथ ही अचानक युद्ध से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। कुरैशी की मानें तो अगर हालात 'ऐसे' ही रहे तो फिर कुछ भी हो सकता है। कुरैशी ने कहा कि यूएनएचआरसी की हाई कमिश्नर मिशेल बैशलेट इस क्षेत्र का दौरा करने के लिए तैयार हैं। मंगलवार को कुरैशी ने यूएनएचआरसी में जम्मू कश्मीर के हालातों पर अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की थी। कुरैशी ने मीडिया को जानकारी दी कि बैशलेट से उन्होंने बातचीत की है और उन्हें भारत के अलावा पाकिस्तान के क्षेत्र का दौरा करने के लिए भी आमंत्रण दिया है। कुरैशी ने कहा कि उन्हें दोनों जगहों का दौरा करना चाहिए और उन्हें इसकी जानकारी देनी चाहिए ताकि दुनिया को अंदाजा लग सके कि सच क्या है और कश्मीर के हालात कैसे हैं।
फिर दोहराई अमेरिकी मध्यस्थता की मांग
कुरैशी ने तनाव को खत्म करने के लिए द्विपक्षीय वार्ता की संभावना से भी इनकार कर दिया है। कुरैशी ने कहा है कि इस मसले पर जब तक तीसरा देश शामिल नहीं होता है तब तक कुछ नहीं हो सकता है। पाक विदेश मंत्री ने भारत पर आरोप लगाया कि उसने ऐसा माहौल बना डाला है कि जहां पर द्विपक्षीय वार्ता की संभावना पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। उनके मुताबिक या तो कई देश अब बीच में आएं या फिर किसी तीसरे मध्यस्थ को इसमें हस्तक्षेप करना होगा। साथ ही कुरैशी ने फिर से अमेरिकी मध्यस्थता की बात दोहराई है। कुरैशी की मानें तो अगर अमेरिका बीच में आता है तो वह काफी महत्वपूर्ण होगा क्योंकि उनका इस क्षेत्र में काफी प्रभाव है।