पाक सेना में हवलदार था हाई कमीशन में तैनात जासूस अख्तर
पाकिस्तान उच्चायुक्त के स्टाफ को भारत की रक्षा मंत्रालय से जुड़े अहम दस्तावेज को चुराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
नई दिल्ली। पाकिस्तान उच्चायुक्त के स्टाफ को रक्षा संबंधी अहम दस्तावेजों को चुराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक स्टाफ को पुलिस ने जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
छूट की वजह से हुई रिहाई
इस कर्मी का नाम मोहम्मद अख्तर बताया जा रहा है और इसके साथ दो भारतीयों रमजान और सुभाष को भी गिरफ्तार किया गया है।
35 वर्षीय अख्तर को इंटेलीजेंस के बाद गिरफ्तार किया गया था। उन्हें मिली राजनयिक छूट की वजह से पुलिस को उन्हें रिहा करना पड़ा।
पुलिस सूत्रों की ओर से दी गई जानकरी के मुताबिक जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वह संवदेनशील जानकारियां लीक कर रहे थे।
जो दो भारतीय गिरफ्तार हुए हैं उनके पास से रक्षा तैनाती, बीएसएफ के नक्शे और वीजा से जुड़े डॉक्यूमेंट बरामद हुए हैं।
कौन है पाक का जासूस अख्तर
दिल्ली पुलिस के ऑफिसर रविंंद्र यादव ने इस मामले में कई अहम जानकारियां दीं। अख्तर ने शुरुआत में खुद को भारतीय नागरिक बताया था।
इसे साबित करने के लिए अपने पास मौजूद फर्जी आधार कार्ड भी दिखाया। पुलिस ऑफिसर रविंद्र यादव केे मुताबिक अख्तर पाक सेना की बलूूच रेजीमेंट में था।
इसके बाद उसे आईएसआई ने अपनेे यहां पर रखा और फिर वह हाई कमीशन में वीजा डिपार्टमेंट में काम करने लगा था। उच्चायुक्त के इस कर्मी को भारत ने देश वापस लौटने का आदेश दिया है।
पिछले वर्ष भी हुुई थींं गिरफ्तारियां
स्टाफ के कुछ कर्मी वहीं हैं जिन्हें नवंंबर 2015 में भी गिरफ्तार किया गया था। इनकी गिरफ्तारी उस समय हुई थी जब देश में दुश्मन देश की जासूसी करने वालों को गिरफ्तार किया जा रहा था।
पुलिस का कहना है कि आज की गिरफ्तारियों में जांच को पिछले वर्ष की घटना से जोड़कर आगे बढ़ाया जाएगा।
आपको बता दें कि 18 सितंबर को पहले उरी आतंकी हमले और फिर सर्जिकल स्ट्राइक्स के बाद भारत और पाक के रिश्ते काफी तल्ख हो गए हैं।