आधार पर भिड़े नारायणमूर्ति, चिदंबरम बोले- बैंक खाते को आधार से नहीं जोड़ा है
नई दिल्लीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिंदबरम और आईटी सेक्टर के दिग्गज एन.आर. नारायणमूर्ति के बीच के बीच शुक्रवार को गरमारम बहस देखने को मिली। मुद्दा था आधार का और दोनों ने अपनी बात रखी। एक और पी. चिंदबरम ने सरकार पर आधार की निजता को लेकर निशाना साधा तो वहीं एन.आर. नारायणमूर्ति ने आधार की निजता की सुरक्षा के लिए संसद की तरफ से कानून बनाए जाने की बात कही।
चिदंबरम ने की सरकार की आलोचना
आधार की निजता को चिदंबरम ने सरकार की आलोचना की और कहा कि हर चीज को आधार नंबर से जोड़ना गलत है। उन्होंने कहा कि सरकार आधार के बारे में हर चीज को अनसुना कर रही है। चिदंबरम ने कहा कि यदि कोई युवा अपनी निजी छुट्टियों मनाना चाहते हैं, तो इसमें गलत क्या है? उसे अपनी पहचान या आधार नंबर देने की क्या जरूरत है? सवाल करते हुए चिदंबरम ने कहा कि सरकार को यह क्यों जानना चाहिए कि मैं कौन सी दवाइयां खरीदता हूं, कौन सा सिनेमा देखता हूं, कौन से होटल जाता हूं
चिदंबरम ने पूुछा सरकार से सवाल
चिदंबरम के सवाल के जवाब में नारायणमूर्ति ने कहा,'मैं आपसे सहमत नहीं हूं। आप जिन चीजों की बात कर रहे हैं वे सभी गूगल पर उपलब्ध हैं।' नारायणमूर्ति का कहना था कि किसी भी आधुनिक देश की तरह ड्राइविंग लाइसेंस के रूप में किसी भी व्यक्ति की पहचान स्थापित की जानी चाहिए। इसी के साथ यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इस तरह की पहचान से किसी की निजता का उल्लंघन न हो।
आईआईटी-बॉम्बे के वार्षिक मूड इंडिगो फेस्टिवल में बोल रहे थे दिग्गज
दोनों दिग्गज आईआईटी-बॉम्बे के वार्षिक मूड इंडिगो फेस्टिवल में बोल रहे थे। इस दौरान दोनों के बीच गरमागरम बहस देखने को मिली। इस दौरान चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने अपने बैंक खाते को आधार से नहीं जोड़ा है।