प्राइवेट स्लीपर बस में दो बच्चों की मां से हाथ-पैर बांध होती रही हैवानियत, सोते रहे 12 यात्री
नोएडा। उत्तर प्रदेश में एक महिला के साथ चलती बस में रेप की घटना हुई है। महिला प्रतापगढ़ से प्राइवेट एसी स्लीपर बस से अपने बच्चों के साथ नोएडा अपने पति के पास आ रही थी। उसी दौरान बस के ड्राइवर ने इस घटना को अंजाम दिया है। इसके बाद महिला को सेक्टर 20 थाना क्षेत्र में विनायक हॉस्पिटल के पास उतार कर फरार हो गया। नोएडा पहुंचने पर महिला ने अपने साथ हुई घटना के बारे में अपने पति को बताया। पति ने सेक्टर 20 थाना पुलिस को शिकायत की। इसके बाद पुलिस ने बस को बरामद कर लिया है, एक की गिरफ्तारी हो गई है और पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच की बात कह रही है।
हाथ बांधकर किया रेप, बच्चों को जान से मारने की दी धमकी
नोएडा के सेक्टर 20 थाने पर अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए आई पीड़ित महिला ने बताया कि ड्राइवर ने पहले उसे आगे स्लीपर सीट दी। इसके बाद वह और पैसे मांगने लगा। महिला ने उससे कहा आप मुझे जहां उतारेंगे, वहां मेरे पति मिलेंगे, वह पैसे दे देंगे। उसके बाद उसने सबसे पीछे वाली सीट पर ले जाकर बैठा दिया, वहां कोई नहीं था। इसके बाद ड्राइवर थोड़ी देर बाद आया और मेरे साथ जोर-जबरदस्ती करने लगा। उसने मेरा हाथ बांध दिया और गलत काम किया। उसने कहा कि ज्यादा चिल्लाओगी तो जान से मार दूंगा। मेरे दो बच्चे हैं, मैं डर गई थी। मैं कुछ नहीं बोल पाई। इसके बाद कंडक्टर और एक और लड़के ने कहा पैसा ले लीजिए और बात खत्म कर दीजिए।
महिला ने पति को फोन पर सुनाई आपबीती
इसके बाद महिला ने अपने पति को फोन पर आपबीती बता दी। इसके बाद मुझे बस से उतार दिया और उसी दौरान मेरा पति और एक और लड़का बस पर चढ़ गए। मैं बस के पीछे-पीछे रिक्शा से गई। सेक्टर-62 में ड्राइवर चलती बस से कूदकर भाग गया। पीड़िता ने कहा कि वह पहली बार आई है, उसे नहीं पता कि किस जगह उसके साथ ये घटना हुई। उसने बताया कि बस में 10 से 12 लोग थे जो सोये हुए थे।
एक गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी
डीसीपी महिला अपराध ने वृंदा शुक्ला ने बताया कि पुलिस ने पीड़ित महिला कि शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एफआईआर में नामित अभियुक्तों में से एक की गिरफ्तारी कर ली गई है। बस को सीज कर दिया गया है। बचे हुए नामित अभियुक्तों और बस के मालिक की गिरफ्तारी के लिए टीम रवाना कर दी गई हैं। पीड़िता का मेडिकल जांच मेडिकल बोर्ड से कराई जा रही है। साथ ही बस में सह यात्रियों को ढूंढकर बयान किए जा रहे हैं, ताकि मामले में जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल हो और अभियुक्तों को सजा मिले।