नोएडाः चार महीने पहले स्कूल में मिली थी महिला कर्मचारी की लाश, अब पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर दर्ज किया मामला
नोएडा। बीते 15 अगस्त को डीपीएस स्कूल के परिसर में फोर्थ क्लास एम्पालाई बसंती देवी का शव पेड़ से लटकता मिला था। पुलिस ने मामले को सुसाइड बताया था जबकि बंसती के परिवार वालों का आरोप था कि उसकी हत्या करके, उनके शव को पेड़ पर लटकाया गया है। लेकिन परिवार वालों की शिकायत पर भी नोएडा पुलिस ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया था। इसपर परिवार वालों ने न्यायालय की शरण ली।
अब चार महीने बाद न्यायालय के आदेश पर नोएडा के डीपीएस स्कूल की प्रिंसिपल, सुपरवाइजर और एक अन्य के खिलाफ थाना 20 पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। बसंती देवी का शव बीते 15 अगस्त को संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ से लटका हुआ मिला था। बसंती के पति राकेश का आरोप था कि उनकी पत्नी पर कुछ ऐसा करने का दबाव डाला जा रहा था जो वह नहीं करना चाहती थी और बात ना मानने पर उनकी हत्या कर दी गई ।
पति ने यह भी आरोप लगाया था कि 15 अगस्त को छुट्टी होने के बाद भी बसंती को जबरन स्कूल बुलाया गया। आरोपी प्रेम कुमार और गिरीश पहले भी कई बार बसंती पर दबाव बना चुके थे। उसे तंग करते थे इसकी शिकायत बसंती प्रिंसिपल से भी की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी वजह से आरोपियों का हौसला बढ़ गया और उन्होंने बसंती की हत्या कर दी। पीड़ित पति का कहना है कि पत्नी की मौत के बाद उसने कई बार पुलिस से इस मामले में शिकायत की थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई इसके बाद उन्होंने न्यायालय की शरण ली।
इस मामले में एसपी सिटी अंकुर अग्रवाल का कहना है की कोर्ट के आदेश पर डीपीएस की प्रधानाचार्य सुपरवाइजर प्रेम कुमार व गिरीश जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है | साथ ही इस मामले की जांच शुरू कर दी है। जो भी इस मामले में आरोपी पाया जाएगा , उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जबकि डीपीएस की प्रधानाचार्य कामिनी भसीन का कहना है की मृतिका बसंती के पति राकेश का आरोप निराधार है। कुछ कर्मचारियों से पता चला की वह पारिवारिक कारणों से परेशान रहती थी |
मृतिका बसंती डीपीएस स्कूल में कुछ ही महीने पहले नौकरी शुरू की थी। साथ ही उन्होंने बताया की जब इस घटना के बारे में पता चला तो इसकी सुचना खुद उन्होंने पुलिस को दी है। पुलिस द्वारा जो भी जाँच होगी, उसमें डीपीएस पूरी तरह से साथ देगा।