घर पर बुलाकर महिला बना लेती थी वीडियो, फिर सिपाही दरोगा बनकर पीड़ित से ऐंठता था पैसे
नोएडा। हनी ट्रैप में फंसाकर लोगों से रुपये ऐंठने वाले गैंग का क्राइम ब्रांच पुलिस ने खुलासा किया है। नोएडा पुलिस ने महिला समेत गैंग के चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गैंग का सरगना पीएसी में हेड कॉन्स्टेबल है, जो दरोगा की वर्दी पहनकर मौके पर पहुंचेकर पीड़िता को डरा धमकाकर फैसले के लिए दबाव बनाता था। वहीं, दूसरा आरोपित आरडब्ल्यूए का महासचिव है। बता दें कि यह गैंग महिला के द्वारा लोगों को फंसा कर और उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए जाने का वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते थे।
रुपये ऐंठने की मिली थी शिकायत
एसएसपी वैभव कृष्ण ने मीडिया को बताया कि दादरी कोतवाली पुलिस को क्षेत्र के सेक्टर जू-3 में रहने वाली एक महिला द्वारा दो लोगों को हनी ट्रैप में फंसाकर रुपये ऐंठने की शिकायत मिली थी। शिकायत पर नोएडा की क्राइम ब्रांच टीम ने दादरी कोतवाली पुलिस की मदद से आरोपित महिला समेत गैंग के चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचना सीमा सिरोही निवासी बुलंदशहर, अरुण कुमार, विजय सिंह चीमा व पुष्पेंद्र शर्मा के रूप में हुई है। गैंग का सरदना विजय सिंह चीमा 49 वी वाहिनी पीएसी में दारोगा है। वहीं, अरुणा कुमार इंजीनियर है और महिला आरोपित सीमा सिरोही के साथ लिवइन में रहता था।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
पुलिस ने बताया कि पुष्पेंद्र रसूख दार लोगों की डिटेल निकालकर टारगेट सेट करता था। जिसके बाद सीमा नौकरी मांगने के लिए उसके पास जाती थी। जिसके बाद उन्हें फोन पर संपर्क कर या व्हाट्सएप पर चैट कर लोगों को अपने जाल में फंसाकर अपने घर बुलाती थी और उनके साथ संबंध बनाती थी।
छिपकर बनाते थे वीडियो
इस दौरान महिला के साथी गुपचुप तरीके से उनकी वीडियो बना लेते थे, जिसे जाल में फंसाए व्यक्ति को दिखाकर ये लोग ब्लैक मेल करते थे। जिसके बाद विजय सिंह चीमा दरोगा की वर्दी में मौके पर पहुंचकर दोनों के बीच समझौता करवा देता था। पुलिस ने इस गैंग का खुलासा करते हुए इनके पास से 2,76,550 रूपये बरामद किए हैं। पुलिस ने दरोगा की वर्दी व्हाट्सएप एक आईडी कार्ड और एक कार भी बरामद की हैं।
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