नोएडा के COVID-19 अस्पताल में हुई मरीज की मौत, परिजनों को सौंपा 13.77 लाख रुपए का बिल
नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा जिले में प्राइवेट कोविड-19 अस्पताल ने एक मरीज की मौत हो गई। मरीज की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन उसके परिजनों को 13.77 लाख रुपए का बिल सौंप दिया। हालांकि मीडिया में मामला सामने आने के बाद अस्पताल ने बिल को 10.20 लाख रुपए कर दिया। अब प्रशासन इस मामले में जांच की बात कर रहा है।
दरअसल, केंद्र और राज्य सरकारों की तरफ ऐलान किया गया था कि प्राइवेट अस्पताल कोरोना से इलाज के लिए तय राशि के अनुसार ही बिल ले सकते हैं, लेकिन शायद अभी तक यह बात नोएडा के प्राइवेट अस्पतालों को समझ नहीं आई। यही वजह है कि नोएडा सेक्टर-62 स्थित निजी कोविड अस्पताल ने एक कोरोना मरीज की मौत के बाद परिवार को 13.77 लाख का बिल पकड़ा दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मरीज करीब 20 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहा था और फिर उसकी मौत हो गई।
यह मरीज एक यूनानी डॉक्टर था और इसकी मौत रविवार को हुई। उसे 7 जून को अस्पताल में भर्ती किया गया था, और 15 दिन से वह वेंटिलेटर पर था। हालांकि मीडिया में यह बात उजागर होने पर नोएडा सेक्टर-62 स्थित निजी कोविड अस्पताल फोर्टिस में रविवार को यूनानी डॉक्टर की कोरोना से मौत के बाद अस्पताल प्रशासन ने 13.77 से घटाकर उपचार खर्च 10.20 लाख रुपए कर दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि बिल राशि घटाने से पता चलता है कि पहले गलत बिल बनाया गया था।
गौरतलब है कि सेक्टर 11 में क्लिनिक चलाने वाले यूनानी चिकित्सक की मौत के बाद परिजनों ने अधिक बिल को लेकर रोष जताया था। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने इससे इनकार किया था, लेकिन सोमवार को 10.20 लाख का बिल जारी कर दिया है। परिजनों का कहना है कि हमें विश्वास नहीं हुआ कि कोरोना के इलाज में इतनी राशि खर्च हो सकती है। वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि दवा और इलाज संबंधी सभी जानकारी जिले के सीएमओ को उपलब्ध करा दी गई है। इस मामले में गौतमबुद्धनगर के जिला मजिस्ट्रेट सुहास एलवाई ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को इस मामले की जांच करने के लिए कहा गया है।
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