ग्रेटर नोएडा: 7 घंटे तक मासूम को सीने से लगाकर भटकता रहा पिता, गोद में हो गई मौत
नोएडा। एक तरफ देश कोरोना वायरस महामारी से जुझ रहा है। वहीं, दूसरी तरफ एक मासूम की इलाज के अभाव में मौत हो गई। जी हां यह खबर उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से सामने आई है। यहां एक पिता अपने नवजात बच्चे को लेकर अस्पताल दर अस्पताल भटकता रहा लेकिन बच्चे को कहीं इलाज नहीं मिल सका और बच्चे ने पिता की गोद में ही दम तोड़ दिया। अब इस बच्चे के पिता ने सोशल मीडिया का सहारा लेकर इस मामले में न्याय की मांग की है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजकुमार ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-36 के रहने वाले हैं। राजकुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि वे एक निजी फैक्ट्री में काम करता हैं। उसकी पत्नी रेखा ने कृष्णा लाइफ लाइन हॉस्पिटल में एक बच्चे को जन्म दिया था। रात में करीब दस बजे बच्चे की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद हालत बिगड़ने पर हॉस्पिटल वालों ने वहां वेंटिलेटर की सुविधा नहीं होने की बात कही और बच्चे को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया। नवजात बच्चे को ग्रीन सिटी हॉस्पिटल में रेफर किया गया। लेकिन वहां जाने के बाद इस नवजात बच्चे के पिता ने ज्यादा पैसे की बात सुनकर उसे सरकारी हॉस्पिटल में इलाज कराने का निर्णय लिया।
11 बजे एंबुलेंस को फोन किया तो वह ढाई घंटे बाद डेढ़ बजे आई। एंबुलेंस से नवजात को दादरी सरकारी अस्पताल ले जाया गया। हैरत की बात यह है कि वहां बच्चों के डॉक्टर नहीं थे। खबर के मुताबिक, जो मौजूद थे, वह सो रहे थे। यही हाल बादलपुर स्वास्थ केंद्र में देखने को मिला। पूरी रात यूं ही गुजर गई और एक पिता अपने बच्चे की जान बचाने के लिए अस्पतालों की चौखट पर ठोकर खाता रहा। सुबह करीब पांच बजे जब एंबुलेंस नवजात को लेकर नोएडा के सरकारी अस्पताल पहुंची, तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी।
बच्चे की मौत से टूट चुके पिता ने सोशल मीडिया के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई है। मामले के तूल पकड़ने के बाद गौतम बुद्ध नगर के सीएमओ डॉक्टर दीपक ओहरी ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए दो सदस्यीय एक कमेटी बनाई गई है। पुलिस टीम पीड़ित पिता के घर पहुंची और बयान दर्ज किए।
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