गौरव चंदेल मर्डर केस: 9 दिन बाद गाजियाबाद से बरामद हुई कार, कोई गिरफ्तारी नहीं
नोएडा। बहुचर्चित गौरव चंदेल मर्डर केस में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने 9 दिन बाद गाजियाबाद के मसूरी इलाके से गौरव चंदेल की किआ सेल्टोस कार बरामद की है। यह कार घटनास्थल से करीब 40 किलोमीटर दूर लावारिस हालत में खड़ी थी। गौरव की कार मिलने के बाद पुलिस को कुछ उम्मीद जागी है कि इस कार से कुछ सुराग मिल सकती है। साथ ही पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कार यहां पर कैसे पहुंची? कार को यहां पर कौन लेकर आया?
बुलंदशहर में दिखी थी कार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गौरव चंदेल की किआ सेल्टोस कार बुलंदशहर जिले में भी देखी गई थी। कार में संदिग्ध व्यक्ति भी मौजूद थे, जिसके बाद पुलिस कार तलाश करने में जुटी गई थी। मंगलवार शाम तक संदिग्धों तक नहीं पहुंच सकी थी। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं गाजियाबाद के मसूरी में बरामद कार कहीं बुलंदशहर में देखी गई सेलटोस कार तो नहीं है। वहीं, पुलिस के आला अधिकारी सेलटोस कार बरामद होने की पुष्टि तो कर रहे हैं, लेकिन आगे की जानकारी नहीं दे रहे। हालांकि इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। साथ ही गौरव के मोबाइल और लैपटॉप का पता भी अभी तक नहीं चल सका है।
100 से ज्यादा लोगों से हो चुकी है पूछताछ
रीजनल मैनेजर गौरव चंदेल की हत्या मामले में अब तक 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ हो चुकी है। कई जगह सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी चेक की गई, लेकिन मंगलवार तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। जांच टीम ने अब गौरव के करीबियों की लिस्ट तैयार करने में जुटी है। उनकी कंपनी के कर्मचारियों के साथ ही रिश्तेदारों से भी पूछताछ होगी। एसपी देहात रणविजय सिंह ने बताया कि हर पहलू की जांच चल रही है, जिससे कोई सुराग मिल सके।
6 जनवरी को हुई थी गौरव चंदेल की हत्या
कानपुर निवासी गौरव चंदेल गौर सिटी में पत्नी, बेटा व मां के साथ रहते थे। 6 जनवरी की रात गौरव अपने घर गौर सिटी आने के लिए गुरुग्राम ऑफिस से निकले थे। घटना से पहले गौरव ने अपनी पत्नी को फोन किया था औऱ कहा था कि वह पांच मिनट में घर पहुंचने वाले हैं। हालांकि, देर तक कुछ अता-पता नहीं मिलने पर परिजन बिसरख पुलिस के पास गए। लेकिन, पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रैक कर गौरव का पता लगाने की बात कहकर परिजनों को लौटा दिया। पुलिस को सक्रिय नहीं देख परिजनों ने गौरव खुद ही गौरव की तलाशी शुरू की। इस दौरान उन्हें गौरव का शव मिला। उनकी गाड़ी भी वहां नहीं थी और उनका मोबाइल और लैपटॉप बैग भी पास में नहीं था।