Farmers Protest: गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे अजय कुमार लल्लू, कहा- नए कानूनों को लिया जाए वापस
नोएडा। केंद्र सरकार द्वारा बनाए नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन दसवें दिन भी जारी है। किसान किसी भी कीमत पर अपनी मांगों से पीछे हटने के लिए तैयारी नहीं है और वो दिल्ली बॉर्डर पर जमे हुए हैं। तो वहीं, अब इस मुद्दे पर सियासत भी तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू किसान आंदोलन को समर्थन देने गाजीपुर बॉर्डर (यूपी-दिल्ली बॉर्डर) पर पहुंच गए है। इस दौरान उन्होंने तीनों नए कानून का विरोध किया और इसे वापस लिए जाने की मांग भी की।

अजय कुमार लल्लू पहुंचे गाजीपुर बॉर्डर
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू शनिवार (05 दिसंबर) को किसानों का समर्थन करने गाजीपुर बॉर्डर (यूपी-दिल्ली बॉर्डर) पर पहुंचे। इस दौरान अजय कुमार लल्लू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार किसान विरोधी है। हम मांग करते हैं कि सरकार नए कानूनों को वापस ले।
BJP मानसून सत्र में लाई थी तीनों कानून
दरअसल, नरेंद्र मोदी सरकार संसद के मानसून सत्र में तीन कृषि कानून लेकर आई थी, इस दौरान भी तीन नए कृषि कानून का विरोध हुआ था। तो वहीं, अब एक बार फिर हरियाणा और पंजाब के किसानों ने नए कानूनों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 'दिल्ली चलों' आंदोलन के साथ किसानों का पिछले 10 से दिल्ली तक तरफ आना जारी है। तो वहीं, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से बातचीत की थी। साथ ही कानून में कुछ संसोधन की बात कही थी, जिसे किसानों ने खारिज कर दिया। साथ ही 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। इस बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मंत्रिमंडल के चार वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं।
किसानों ने साफ कहा- वापस लो तीनों कृषि कानून
किसानों ने साफ कर दिया है कि जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होंगे वो पीछे नहीं हटेंगे। इस वजह से आज दोपहर दो बजे केंद्र सरकार किसानों से फिर से बात करेगी। इससे पहले सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर एक हाईलेवल बैठक बुलाई है, जो अभी जारी है। इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल शामिल हैं। बैठक में चारों मंत्री किसान आंदोलन के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।