Noida: कैलाश अस्पताल में बम की सूचना पर हड़कंप, फोन करने वाले की तलाश में जुटी पुलिस
Bomb threat at Noida Kailash Hospital: नोएडा। दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर 27 स्थित कैलाश अस्पताल में बम की सूचना मिलने से हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची। इसके बाद बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वायड को बुलाया गया। दो घंटे से अधिक समय तक जांच की गई, लेकिन अस्पताल में कोई बम नहीं मिला, जिसके बाद पुलिस और अन्य जांच टीमें अस्पताल से लौट गईं। इस दौरान अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल रहा। वहीं, मरीज और तीमारदारों में दहशत फैल गई। बता दें, बुधवार को गाजियाबाद के थाना मधुबन बापूधाम क्षेत्र में दिल्ली-मेरठ हाईवे के नजदीक खाली प्लाट में सिलेंडर बम मिला था, जिस पर एक टाइमर भी लगा था। पुलिस ने बताया कि सिलेंडर पर एक पर्ची चिपकी थी, जिस पर असदुद्दीन ओवैसी को फांसी देने की मांग के साथ अन्य बातें भी लिखी थीं। बम निरोधक दस्ते को बुलवाकर इसे डिफ्यूज करा पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
दरअसल, गुरुवार दोपहर करीब 2:30 बजे कैलाश अस्पताल के रिसेप्शन पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया और बेसमेंट में बम होने की सूचना दी गई। अस्पताल में बम की सूचना पर हड़कंप मच गया। अस्पताल प्रबंधन ने तुरंत मामले की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस की टीम और कुछ ही देर में बम स्क्वायड और डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंच गई। इस दौरान बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर को खाली कराकर जांच शुरू की, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला। उधर, अस्पताल में बम होने की सूचना मिलते ही मरीजों और तीमारदारों में दहशत फैल गई। बताया गया कि कुछ मरीज तो अपने घर चले गए। वहीं, कई मरीज दूसरे अस्पताल में भर्ती हो गए।
बता दें, कैलाश अस्पताल के मालिक बीजेपी सांसद डॉ. महेश शर्मा हैं। यह अस्पताल कोरोनाकाल में कोविड अस्पताल के तौर पर कार्य कर रहा था। यहीं पर सांसद महेश शर्मा ने कोरोना का टीका भी लगवाया था। महेश शर्मा पहले ऐसे सांसद हैं, जिन्होंने कोरोना का टीका लगवाया। सांसद ने कहा था कि उन्होंने कोविड काल में फ्रंटलाइन योद्धा के तौर पर कार्य किया था, इसलिए उन्होंने टीकाकरण अभियान शुरू होने के पहले दिन ही टीका लगवाया था। इसके पीछे उनकी मंशा आम लोगों का डर दूर करना भी था।