कौन बनेगा देश की सबसे धनी असेंबली सीट से एमएलए
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला) हालांकि आज राजधनी में लगातार कभी तेज-कभी धीमी रफ्तार से बारिश हो रही है, पर इसे बेपरवाह कांग्रेस की उम्मीदवार शर्मिष्ठा मुखर्जीअपने ग्रेटर कैलाश इलाके के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर कैंपेन कर रह रही हैं।
धनी वोटर
जीके को देश की सबसे धनी विधानसभा सीट माना जा सकता है यहां के मतदाताओं की माली हालत को देखते हुए। इधर अभी तय होगा कि किसकी हवा बह रही है। इधर मुख्य मुकाबला शर्मिष्ठा और आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज के बीच है।
प्रणव राय भी वोटर
शर्मिष्ठा कभी अंग्रेजी और कभी पंजाबी में बोलती हैं। चेहरे पर उनके हमेशा मुस्कान रहती है। बीच-बीच में बांग्ला या अंग्रेजी में भी बोल लेती हैं। ग्रेटर कैलाश को दिल्ली वाले जीके भी कहते हैं। यहां पर बेहद धनी लोग रहते हैं। इनमें एनडीटीवी के मालिक प्रणव राय से लेकर अपोलो टायर्स के मालिक ओंकार सिंह कंवर शामिल हैं। उन्होंने बीते दिनों जामनगर हाऊस में जाकर अपना पर्चा भरा था। तब उनके साथ सैकड़ों कांग्रेस के कार्यकर्ता थे।
पिता का जिक्र नहीं
आज वो ग्रेट कैलाश एम ब्लाक मार्केट और आसपास के इलाकों में घूमती रहीं अपनी समर्थकों के साथ। उनको लेकर यहां के लोगों में उत्साह और कौतहूल दोनों का मिला-जुला भाव है। वो आखिर देश के राष्ट्रपति की पुत्री हैं। हालांकि वो अपनी कैंपेन में और जनसंपर्क के दौरान अपने पिता का जिक्र कतई नहीं करती।
क्या-क्या मसले
पेशे से कथक डांसर शर्मिष्ठा कहती हैं कि हालांकि ग्रेटर कैलाश को राजधानी की पाश कालोनी माना जाता है, पर इधर भी तमाम लोगों के मसले हैं। यहां पर बीआरटी रोड के कारण लोगों को लंबे समय तक ट्रैफिक जाम में फंसे रहना पड़ता है। उधर जमरूदपुर और गढ़ी जैसे गांव भी हैं। इधर भूमिपुत्र रहते हैं। इनके भी अपने मसले हैं। इधर पेयजल को पहुंचाने का भी मसला है। बता दें कि इधर के गांव वाले भी किराए से ही हर महीने लाखों रुपये कमाते हैं। इसलिए जीके सीट के गांव वाले दीन-हीन नहीं है।
लक्जरी कारों का रैला
जीके में लक्जरी कारों को यहां से वहां जाते हुए देखकर समझ आ जाता है कि यह सामान्य सीट नहीं है। इधर टू बैड रूम का फ्लैट पांच करोड़ रुपये से कम नहीं होगा। जीके में पंजाबी लोगों का बहुमत है। वैसे तो यहां पर सभी प्रदेशों के लोग रहते हैं।