प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी के बारे में कुछ अनसुनी बातें
नयी दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट से ग्रेटर कैलाश से चुनाव लड़ रहीं शर्मिष्ठा मुखर्जी चर्चा में उस वक्त आईं जब उनके पिता प्रणव मुखर्जी राष्ट्रपति बनें। पिता से राष्ट्रपति बनने के बाद बेटी शर्मिष्ठा ने एक के बाद एक कई चैनलों और अखबारों में इंटरव्यू देकर चर्चाएं बटोरी। पिता के पद संभालने के बाद जिस रफ्तार से बेटी शर्मिष्ठा सुर्खियों में आई उससे लगने लगा कि वो पिता का राजनीतिक उत्तराधिकारी बन सकती हैं।
वो इस पर खड़ी भी उतरीं। पिता के साथ लगातार विदेशी दौरों पर शर्मिष्ठा नजर आई। हर कार्यक्रम में वो प्रणव मुखर्जी के साथ दिखती रही और अचानक उन्होंने पिता की तरह कांग्रेस का हाथ थाम लिया। शर्मिष्ठा ग्रेटर कैलाश से कांग्रेस की दावेदार है। आप उनके बारे में कई बाते जानते होंगे, लेकिन आज हम आपको उनके बारे में कुछ अनसुनी बातें बताते हैं।
48 साल की शर्मिष्ठा आज भलपे विरोधी के खिलाफ हुंकार भर रही हों, लेकिन अपने निजी जीवन में वो काफी मृदुल स्वभाव है। उनकी एक पहचान कथक नर्तकी और सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर भी है। एक कथंक डांसर के तौर पर उन्होंने देश-विदेशों में अपनी कला का लोहा मनवाया है। शर्मिष्ठा अब तक लगभग 45 देशों में परफॉर्म कर चुकी हैं।
अपनी इस कला के बदौलत शर्मिष्ठा कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी हैं। उन्होंने एक टीवी सीरियल ‘तालमेल' और एक फिल्म ‘बियॉन्ड ट्रेडिशन' भी बनाया है। वो एक सशक्त सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर जानी जाती है। उन्होंने स्त्री अधिकारों के लिए बेबाकी से अपनी आवाज बुलंद की है।
उन्होंने सैंट स्टीफन कॉलेज से इतिहास में स्नातक और जेएनयू से सामाजिक विज्ञान में एमए की है। उन्हें घूमने का शौक है। शर्मिष्ठा अपने पिता के कद का उपयोग करने से बचती रही हैं। एक बार विदेश यात्रा के दौरान उन्हें कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ा था, लेकिन उन्होंने अपने पिता का नाम नहीं दिया। बाद में उन्हें दूतावास ले जाया गया। जहां पहुंचने के बाद उनकी मुश्किलें हल हुई।