ओबामा-मोदी के मन की बात का पूरा ऑडियो यहां सुनें
नयी दिल्ली। मन की बात साथ-साथ का प्रसारण हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रेडियो के जरिए देश की जना से बात की। पीएम मोदी ने मन की बात की शुरुआत की।
पीएम:26 जनवरी के पावन पर्व पर बराक का भारत आना देश के लिए गर्व की बात है।
पीएम: आप Twitter-Facebook पर अपनी बात #YesWeCan के साथ लिखिये।
पीएम: मैं चाहता हूं कि मेरी और बराक के बीच आज जो बात हुई है उस पर एक E-book निकाली जाये।
पीएम: मैं बराक और देशवासियों का बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मन की बात के लिए समय दिया।
पीएम: मुझे यह बात प्रेरणा देती है कि झुग्गी झोपड़ी में रहने वाला गरीब भी मेरी चिन्ता करता है। मैं अपना जीवन ऐसे लोगों की सेवा में लगा दूंगा।
पीएम: बेन्जामिन फ्रेंकलिन का जीवन चरित्र हमें यह प्रेरणा देता है कि व्यक्ति को जीवन को बदलने के लिए समझदारी पूर्वक कैसे प्रयास करना चाहिए।
ओबामा: मैं आज की जो युवा शक्ति है और जो उसकी पहुंच है, यही कहूंगा युवकों दुनिया को एक करो। ओबामा ने कहा कि मेरे पास ऐसी समस्याएं आती हैं जिनका हल नहीं। लोगों के जीवन में बदलाव लाना अच्छा लगता है। लोक कल्याण से मुझे बहुत संतोष मिलता है।
पीएम: मोनिका सवाल पूछती है कि बुरे वक्त में कौन सी बातें आपको मुस्कुराहट देती थी?
पीएम मोदी: बराक ने गर्व से कहा की मैं उस शिकागो से आता हूँ जहां स्वामी विवेकानंद आये थे। मोदी ने कहा कि बराक ने मुझे विवेकानंद पर किताब दी। कभी सोचा नहीं था ह्वाइट हाउस में रहूंगा। मैंने जीवन में कुछ बनने का सपना नहीं देखा। मैंने हमेशा कुछ करने का सपने देखा। हमेशा कुछ करने के सपने देखने चाहिए। कुछ करने से संतोष मिलता है। कुछ बनने के सपने नहीं देखने चाहिए। मेरा नारा है-युवाओं दुनिया को एक करो। मैंने बेंजामिन फ्रेंकलिन की जीवनी पढ़ी। यह मुझे प्रेरणा देता है। मुझे बचपन से पढ़ने का शौक है।
पीएम मोदी:मैंने कभी सोचा नही था की मुझे भी कभी ज़िंदगी मैं व्हाइट हाउस जाने का अवसर मिलेगा।
ओबामा: ओबामा ने कहा कि हम दोनों एक जैसे ही जीवन से ऊपर की तरफ उठे। जब में पहली बार व्हाइट हाउस पहुपंचा तो मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि मैं यहां रहने वाला हूं। मुझे लगता है की हम दोनों को एक अपेक्षाकृत विनम्र शुरुआत से आने के साथ एक असाधारण अवसर मिला है। जब एक चाय बेचने वाला पीएम और एक सिंगर मदर का बेटा राष्ट्रपति बन सकता है तो ये बात साबित होती है कि मौका सबको मिलता है।
पीएम: लुधियाना से हिमानी ने पूछा है कि क्या आपने सोचा था कि आप कभी व्हाइट हाउस जाएंगे?
ओबामा: हम भारत सरकार, एनजीओ और सरकार के साथ मिलकर सार्वजनिक स्वास्थ पर काम करेंगे। ओबामा ने कहा-भारत की मेजबानी लाजवाब है। भारत-अमेरिका में कई समानताएं हैं। गंभीर बीमारियों का इलाज जल्द होना चाहिए। मोदी ने कहा कि मिशेल ने हेल्थ केयर के क्षेत्र में अच्छा काम किया। ओबामा का अपनी बेटियों से प्यार मिसाल है।ओबामा ने कहा कि भारत से कई देश सीख सकते हैं। ओबामा ने कहा कि मैंने, मोदी ने इबोला, पोलियो से लड़ने पर बात की। मोदी, मैंने साधारण परिवारों में जन्म लिया। लोकतंत्र में संवाद में जरूरी है। संवाद को बढ़ावा देने की जरूरत है। आज के युवा के पास दुनियाभर की जानकारी है।
PM:अहमदाबाद से कमलेश ने पूछा की क्या आप और मिशेल डायबटिक और मोटापे को समाप्त करने के लिए राष्ट्रपति कार्यकाल के बाद भारत में कार्य करेंगे?
PM:मोदी ने कहा कि आप जब भी भारत आएं, भारत आपके स्वागत के लिए तैयार है। बेटी बचाओ बेटीी पढ़ाओ अभियान पर ओबामा की मदद के सवाल पर मोदी ने कहा कि बेटियों को लेकर हमारे नजरिया दोषपूर्ण है। बेटी बचाना, बेटी पढ़ाना ये हमारा सामाजिक और सांस्कृतिक कर्तव्य और मानवीय जिम्मेवारी है। ओबामा जिस प्रकार से अपनी दोनों बेटियों का लालन-पालन करते है वह अपने आप में एक प्रेरणा है। रत में लिंग अनुपात एक चिंता का विषय है और इसका मूल कारण लड़के और लड़की के प्रति हमारा दोषपूर्ण रवैया है।
ओबामा: मेरी बेटियों पर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन, संस्कृति और इतिहास का गहरा प्रभाव है।
ओबामा:
ओबामा
ने
कहा
कि
परीक्षाओं
की
वजह
से
मेरी
बेटियां
भारत
नहीं
आ
पाईं।
मैं
जब
अगली
बार
भारत
आऊं
तो
उन्हें
लेकर
आऊंगा।
मैं
चाहे
राष्ट्रपति
रहूं
या
न
रहूं
मैं
भारत
जरूर
आऊंगा।
पीएम मोदी: मुंबई से राज ने पूछा हैं कि ओबामा जी आप अपनी बेटियों को भारत के बारे में अपने अनुभव कैसे बताएंगे?
पीएम मोदी: जब हम महात्मा गांधी की चर्चा करते है तो हमें हेनरी थोरो की बात याद आती है जिनसे गांधीजी ने disobedience का सिद्धांत सीखा था।
पीएम मोदी: अफ़्रीकी देश उबन्तु के 'मैं हूँ क्योकि हम है' का अनुसरण करते है. हम कहते है वसुधैव कुटुम्बकम। ये विरासत हमें जोड़ती है।
पीएम मोदी: क्या आपको पता है स्वाहिली भाषा में बराक का अर्थ है- वह जिसे आशीर्वाद प्राप्त है
पीएम मोदी: क्या आपको पता है स्वाहिली भाषा में बराक का अर्थ है- वह जिसे आशीर्वाद प्राप्त है।
पीएम मोदी: 'मन की बात' में इस बार ओबामा जी हमारे साथ है।