कांग्रेस को बेहतर नतीजों की उम्मीद, आप का छूटा पसीना
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। पिछले दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 8 सीटें मिली थी, इस बार कांग्रेस को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। कांग्रेस को जंगपुरा, कालकाजी,सीलमपुर, मटियामहल वगैरह में जीत की उम्मीद है। कांग्रेस को उम्मीद है कि वो सदर बाजार में भी जीत मिल सकती है। यानी कांग्रेस को लाभ हुआ तो नुकसान होगा।
हालांकि कांग्रेस के आतंरिक सर्वे में कहा जा रहा है कि पार्टी को लक्ष्मी नगर और गांधी नगर में हार मिल रही है। इन सीटों से शीला सरकार के दो मंत्री डा. अशोक वालिया और अरविंदर सिंह लवली खड़े होते रहे हैं। इस बार लवली चुनाव नहीं लड़ रहे। वे पार्टी के दिल्ली के प्रमुख हैं। पर डा. वालिया चुनाव मैदान में हैं। उऩ्हें हार का खतरा है।
यानी आप को नुकसान
जानकारों का कहना है कि कांग्रेस का बेहतर प्रदर्शन का मतलब आम आदमी पार्टी को नुकसान है। आप के नेता तो खुदा से दुआ मांग रहे होंगे कि कांग्रेस को कम से कम सीटें मिलीं। कारण ये है कि आप और कांग्रेस का वोट बैंक एक है।
कांग्रेस को 12 सीटें
कांग्रेस के नेता जगदीश टाइटलर ने हाल ही में दावा किया था कि उनकी पार्टी को 12 सीटें मिल जाएंगी। इस बीच, जानकार कह रहे हैं कि चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में कांग्रेस के बड़े नेता दिखने शुरू हुए अगर इन नेताओं का पहले दिन से ही विधानसभा वार या बूथ स्तर तक काम पर लगाया जाता तो बेहतर होता।
टाइटलर ने माना कि दिल्ली में चुनाव का ऐलान होने के साथ ही आम आदमी पार्टी और भाजपा ने तेजी के साथ काम करना शुरू किया लेकिन कांग्रेस ने तब कैंपेन नहीं शुरू किया। इससे पार्टी को नुकसान होगा। इस बीच, जानकार य़ह भी दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस को ग्रामीण दिल्ली के भी कुछ इलाकों में सीटें मिल सकती हैं।