Ankita Sharma : वो IPS जो संडे को अपने ऑफिस में 100 युवाओं को करवाती हैं UPSC की तैयारी
नई दिल्ली। यूपीएससी एग्जाम सिर्फ एक इम्तिहान नहीं बल्कि लाखों युवाओं का ख्वाब है, मगर इस ख्वाब को चंद युवा ही हकीकत में बदल पाते हैं। यूपीएससी परीक्षा पास करके IAS IPS समेत अन्य अफसर बनते हैं। अक्सर अफसर बनने के बाद युवा अपने ही 'विकास' में लगे रहते हैं, मगर इस मामले में आईपीएस अंकिता शर्मा की कहानी सबसे जुदा और प्रेरित करने वाली है।
अंकिता शर्मा आईपीएस का साक्षात्कार
आईपीएस बनने के बाद अंकिता शर्मा उन युवाओं की मेहनत को सही दिशा देने में जुटी है, जो इन दिनों यूपीएससी की तैयारियां कर रहे हैं। फिलहाल अंकिता शर्मा करीब सौ युवाओं को यूपीएससी की तैयारी करवा रही हैं। वन इंडिया हिंदी से खास बातचीत में आईपीएस अंकिता शर्मा ने बयां की खुद के आईपीएस बनने और अपने जैसे अन्य युवाओं को तैयारी करवाने की पूरी कहानी।
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जानिए कौन हैं आईपीएस अंकिता शर्मा?
अंकिता शर्मा छत्तीसगढ़ कैडर की आईपीएस हैं। छत्तीसगढ़ से पहली महिला आईपीएस बनने का गौरव भी अंकिता को हासिल हुआ है। यूपीएससी परीक्षा 2018 में अंकिता शर्मा ने 203 रैंक प्राप्त की थी। तीसरे प्रयास में इन्हें सफलता मिली थी। ये मूलरूप से छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर की रहने वाली हैं। वर्तमान में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) आजाद चौक के पद पर पोस्टेड हैं।
क्यों आया युवाओं को तैयारी करवाने का विचार?
आईपीएस अंकिता शर्मा बताती हैं कि अन्य प्रदेशों की तरह छत्तीसगढ़ से भी काफी युवा सिविल सेवा में जाना चाहते हैं, मगर यहां ना तो स्तरीय कोचिंग संस्थान हैं और ना ही युवाओं को ढंग से मार्गदर्शन मिल पाता है। यूपीएससी की तैयारी के दौरान मैंने छत्तीसगढ़ के युवाओं की इस समस्या को करीब से देखा, जाना और समझा। इसलिए आईपीएस बनने के बाद छत्तीसगढ़ के युवाओं की इस समस्या के समाधान की दिशा में कदम उठाया है।
अंकिता ने घर पर रहकर तैयारी की
छत्तीसगढ़ के दुर्ग से स्नातक करने के बाद अंकिता शर्मा ने एमबीए किया। फिर कोई कम्पनी ज्वाइन करने की बजाय आईपीएस बनने के अपने बचपन के ख्वाब को हकीकत में बदलने में जुट गईं। यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली आ गई। यहां छह माह रहीं और वापस घर दुर्ग लौट आईं। आगे की तैयारी घर रहकर ही की और सफल होकर दिखाया।
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सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर जोड़ा युवाओं को
अंकिता शर्मा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। इंस्टाग्राम व फेसबुक पर इनकी अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है। अंकिता ने नवंबर 2020 में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें दीपावली की शुभकामनाओं के साथ ही यह जानकारी दी कि वे यूपीएससी की तैयारी कर रहे युवाओं को अपने कार्यालय में रविवार को सुबह 11 से एक बजे तक कोचिंग देने की पहल कर रही हैं। अंकिता की यह पोस्ट तेजी से वायरल हुई। पोस्ट में एड्रेस के साथ-साथ मोबाइल नंबर भी शेयर किए गए थे।
अंकिता ने क्या लिखा अपनी पोस्ट में?
आईपीएस अंकिता ने लिखा था कि आप सभी को दीपावली की अनेक शुभकामनाएं। एक छोटी सी पहल का आगाज हमारे द्वारा किया जा रहा है। उन सभी यूपीएससी की तैयारी में लगे अभ्यर्थियों के लिए। मेरे द्वारा सीएसपी कार्यालय आजाद चौक रायपुर में प्रत्येक रविवार को सुबह 11 से दोपहर एक बजे तक यूपीएससी अभ्यर्थियों से मुलाकत करने का एक प्रयास है, जिसके माध्यम से यह कोशिश होगी कि मैं ज्यादा से ज्यादा बच्चों की मदद कर सकूं। आप अपने डाउटस और अपडेटस हमें दे सकते हैं। मुझे यूपीएससी के लिए गाइड करने वाला परिवार में कोई नहीं था। जिस वजह से कुछ तकलीफों का सामना करना पड़ा। हमारी कोशिश यही है कि मेरे एक छोटे से प्रयास से यदि आपकी मंजिल आसान हो। हमारे प्रदेश के बच्चे आगे आ सके तो यह प्रयास सफल होगा और मेरी खुशनसीबी होगी...।
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संडे को आजाद चौक सीएसपी कार्यालय बन जाता है कोचिंग सेंटर
अंकिता शर्मा कहती हैं कि यूपीएससी की कोचिंग के लिए संडे इसलिए चुना गया, क्योंकि सप्ताह के बाकी दिन बतौर सीएसपी ड्यूटी करनी होती है। संडे को अवकाश रहता है। अंकिता शर्मा की इस पोस्ट के बाद युवाओं के धड़ाधड़ फोन आने लगे। अब रविवार को आईपीएस अंकिता शर्मा से यूपीएससी परीक्षा की कोचिंग लेने के लिए 100 अभ्यर्थी आते हैं। अंकिता शर्मा के कार्यालय में इन युवाओं के लिए कुर्सी की व्यवस्था की जाती है ताकि आराम से बैठकर पढ़ सकें। युवाओं के लिए इस तरह की पहल करने वाली अंकिता शर्मा संभवतया देश की पहली महिला आईपीएस हैं।
आदिवासी छात्राओं को भी करवाई पढ़ाई
IPS अंकिता शर्मा युवाओं को केवल यूपीएससी परीक्षा की तैयारी ही नहीं करवा रही बल्कि पूर्व में परीक्षा दे चुके लोगों से उनकी बुक और नोट्स भी उपलब्ध करवा रही हैं। इससे पहले जब अंकिता शर्मा आईपीएस बनी ही थी तब दुर्ग के एक छात्रावास की डेढ़ सौ से दो सौ छात्राओं को अपनी तनख्वाह में से पढ़ाई करवाती थी। इसके लिए एक संस्थान के टीचरों को अंकिता शर्मा तनख्वाह से पांच हजार रुपए दिया करती थींं।
आईपीएस अंकिता शर्मा का परिवार
बता दें कि अंकिता शर्मा दुर्ग के रियल एस्टेट के बिजनेसमैन राकेश शर्मा व हाउसवाइफ सविता शर्मा की बेटी हैं। तीस वर्षीय अंकिता शर्मा तीन बहनों में सबसे बड़ी हैं। इनके भाई नहीं हैं। इनके परिवार से कोई भी सिविल सेवा में नहीं है।
परेड का नेतृत्व करने वाली पहली महिला पुलिस अधिकारी
छत्तीसगढ़ की पहली महिला आईपीएस बनने का गौरव प्राप्त करने वाली अंकिता शर्मा ने 26 जनवरी 2020 को गणतंत्र दिवस समारोह में पुलिस परेड ग्राउंड में परेड का नेतृत्व भी किया था। उस वक्त ट्रेनी आईपीएस के रूप में कार्यरत हैं। अब ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है। गणतंत्र दिवस समारोह में पुलिस परेड का निरीक्षण करने वाली अंकिता शर्मा पहली महिला पुलिस अधिकारी बनी थीं।
विधायक की हेकड़ी निकाली अंकिता शर्मा
बता दें कि अपने लुक्स के साथ-सा दबंग स्टाइल में काम करने को लेकर भी अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। पिछले दिनों अंकिता शर्मा का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें भरी भीड़ के सामने ये कांग्रेस की विधायक शकुंतला साहू को शालीनता का पाठ पढ़ाते नजर आई थीं।
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