कन्हैया कुमार ने गुजरात दंगों से की जेएनयू हमलों की तुलना, मोदी को कहा हिटलर
नयी दिल्ली। जेएनयू देशद्रोह विवाद में फंसे छात्रसंघ नेता कन्हैया कुमार ने विश्वविद्यालयों पर हो रहे कथित हमलों की तुलना गुजरात दंगों से की है। कन्हैया ने आरोप लगाते हुए कहा कि चाहे गुजरात दंगा हो या जेएनयू विवाद दोनों को सरकारी मशीनरी के 'समर्थन से' अंजाम तक पहुंचाया जा रहा है।
कन्हैया ने पीएम मोदी की तुलना हिटलर से की और कहा कि भीड़ द्वारा आम आदमी की हत्या किए जाने और सरकारी मशीनरी के माध्यम से नरसंहार कमें मूलभूत फर्क है। कन्हैया ने कहा कि आज हमारे सामने साम्प्रदायिक फासीवाद का खतरा है। हिटलर की भांति मोदी जी को भारत में बुद्धिजीवियों का समर्थन प्राप्त नहीं है।
दिवंगत इतिहासकार बिपिन चन्द्रा की जयंती पर 'जश्न-ए-आजादी' नामक कार्यक्रम के शिकरत करते हुए कन्हैया ने कहा कि गुजरात में 2002 में हुए दंगों और 1984 के सिख विरोधी दंगों में फर्क है। उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात हिंसा सरकारी मशीनरी की मदद से की गई जबकि दूसरा भीड़ के उन्माद में हुआ।
आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में कन्हैया के साथ देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार हुए उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य ने भी शिरकत की और लोगों को संबोधित किया। तीनों ही जमानत पर फिलहाल बाहर है। तीनों पर जेएनयू कैंपस में देश विरोधी नारे लगाने का आरोप है।