बिहार में पत्रकार के बेटे की आंखें फोड़कर लाश को गड्ढे में फेंका, गुनहगारों को पकड़ने में जुटी पुलिस
Nalanda news, नालंदा। बिहार में अब पत्रकारों के साथ-साथ उनके घरवाले भी सुरक्षित नहीं है। हाल के दिनों में बिहार में हुए पत्रकारों पर हमले के बावजूद सूबे की सरकार इस ओर गंभीर नहीं है। ताजा मामला बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा का है जहां एक निजी अखबार के नालंदा जिला प्रभारी के बेटे की अपराधियों ने नृशंस तरीके से हत्या कर दी। अपराधियों ने बर्बरता की हद पार करते हुए पत्रकार के 16 साल के बेटे की दोनों आंखें फोड़ हत्या कर दी और शव को गांव के ही एक पानी भरे गड्ढे में फेंक दिया। शव मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। वहीं जिले के पत्रकारों में शोक की लहर दौड़ गई।
मृतक अश्विनी कुमार उर्फ चुन्नु देश के एक नामी अखबार के नालंदा जिला कार्यालय प्रभारी आशुतोष कुमार आर्य का इकलौता पुत्र था। बताया जाता है कि पत्रकार आशुतोष अपने पूरे परिवार के साथ नालंदा के हरनौत थाना इलाके के हसनपुर स्थित अपने पैतृक गांव में ही रहते थे। मिली जानकारी के मुताबिक रविवार दोपहर चुन्नू अपनी मां को क्रिकेट खेलने की बात कह घर से बाहर निकला था। चुन्नू जब देर रात तक घर नहीं लौटा तो घरवालों ने उसकी खोजबीन शुरू की जिसके बाद देर रात उसकी लाश गांव के ही एक पानी भरे गड्ढे में फेंकी हुई मिली। चुन्नू की दोनों आंखें फोड़ उसे मौत के घाट उतारा गया था जिसे देख लोग आक्रोशित हो गए।
हरनौत थाने की पुलिस सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेज दिया। फिलहाल हत्या की इस वारदात का खुलासा नहीं हो पाया है। घटना के बाद नालंदा जिला पत्रकार संघ के अध्यालश चंद्रमणि पांडेय,सचिव रमाशंकर सिंह सहित तमाम पत्रकारों ने नालंदा एसपी नीलेश कुमार से घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। एसपी नीलेश कुमार ने घटना की गंभीरता को देखते हुए हत्या में शामिल लोगों की जल्द ही गिरफ्तारी की बात कही है। वहीं पीड़ित पत्रकार ने किसी से दुश्मनी की बात से इनकार किया है।
ये भी पढ़ें-दोस्त के बर्थडे के लिए घर से निकला 12वीं का छात्र, 4 दिन बाद कुएं में मिली लाश