स्कूल में आयरन की गोलियां खाने पर 48 बच्चों की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में भर्ती
Nainital news, नैनीताल। आयरन की गोली खाने से उत्तराखंड में ओखलकांडा के 48 स्कूली बच्चे बीमार हो गए। बच्चों की तबीयत ज्यादा बिगड़ते देख प्राथमिक उपचार के बाद देर शाम को सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी लाया गया है। ओखलकांडा के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, ककोड़ गाजा में पढ़ने वाले बच्चों को आयरन की गोलियां खाने के लिए दी गई, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। स्कूल के 37 बालिकाएं और 11 बालक बीमार हैं।
बच्चों के बीमार होने की खबर मिलते ही स्कूल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। बीमार स्कूली बच्चों को हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल लाया गया जहां मौके पर क्षेत्रीय विधायक, एसीएमओ और सिटी मजिस्ट्रेट पहुंचे और बेहतर इलाज के लिए एसटीएच प्रशासन को निर्देशित करते हुए बच्चों का हाल जाना। एसीएमओ नैनीताल रश्मि पन्त ने बताया कि बच्चों की स्तिथि अब ठीक है।
छत गिरने पर मलबे में दबे रहे मां-बाप, बच्चों को नहीं आई खरोंच
देहरादून/बागेश्वर। मां-बाप का अपने बच्चों के लिए अदम्य प्रेम उन्हें जिंदगी में हर मुश्किलों से लड़ने का साहस देता है। मां-बाप की अनेक कुर्बानियों और दुआओं की शक्ति से ही बच्चों पर कोई आंच नहीं आती है। ऐसा ही एक वाकया उत्तराखंड के बिमोली गांव का है। जहां मां-बाप ने मिलकर अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ दूसरे बच्चे को अपनी जान पर खेलकर बचा लिया। दअरसल, बिमोला गांव में मनोज कुमार और उनकी पत्नी अपने दो बच्चों के साथ पुराने मकान में रहते हैं। मंगलवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे उनके मकान की छत की बीच वाली बल्ली टूट गई। जिससे पूरे मकान की छत उनपर आ गिरी। मनोज और उनकी पत्नी ने एक-एक बच्चे को अपने सीने से लगा लिया और छत की तरफ फीठ कर दी। करीब 15 मिनट तक मनोज और उनकी पत्नी अपने दोनों बच्चों के साथ मलबे में दबे रहे।
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