जिसकी तेरहवीं का चल रहा था भोज, अचानक लौट आया वही 'मरा हुआ शख्स'
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर से अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक युवक अपने घर वापस लौट आया, जबकि परिवार वाले उसका अंतिम संस्कार करने के बाद तेरहवीं की तैयारी कर रहे थे। युवक को देख सभी घर वालों के होश उड़ गए। वहीं, जब युवक ने पूरी कहानी बताई तो घर वालों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। युवक के लौटने की खबर पूरे गांव में आग की तरह फैल गई।
25 अगस्त को गायब हो गया था संजीव
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामला मुजफ्फरपुर जिले के बुधनगर गांव का है। फौज से रिटायर्ड रामसेवक ठाकुर का बेटा संजीव कुमार 25 अगस्त को अचानक गायब हो गया था। काफी खोजबीन करने के बाद उसका कोई पता नहीं चल सका। संजीव का पता नहीं चलने पर रामसेवक ठाकुर ने 30 अगस्त को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट मुशहरी थाने में दर्ज कराई थी। इसी बीच मीनापुर में पानी में पड़ा एक शव मिला। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया गया था।
घर वालों ने किया था अंतिम संस्कार
संजीव के पिता रामसेवक अस्पताल पहुंचे और दावा किया कि ये उनके बेटे की लाश है। संजीव कुमार के परिवार वालों ने पूरे रीति-रिवाज के साथ शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इसके बाद संजीव कुमार के घर जब तेरहवीं के दिन श्राद्ध भोज की तैयारी चल रही थी। इसी बीच वह अचानक घर लौट आया। संजीव को सही-सलामत देख सब हैरान रह गए। बात पूरे गांव में तेजी से फैल गई। सभी संजीव को देखने उनके घर पहुंच गए।
पुलिस ने 164 के बयान किए दर्ज
संजीव को देखकर उसके माता-पिता काफी खुश है और अन्य संबंधियों को इसकी सूचना दे रहे है। दरअसल, संजीव 25 अगस्त को बगैर बताए घर से चला गया था। संजीव के पिता ने बताया कि अस्पताल में मौजूद शव संजीव से काफी मिलता-जुलता था, इसलिए उसकी पहचान में चूक हो गई। मुशहरी थाना के अधिकारी ने बताया कि फिलहाल, युवक संजीव के 164 का बयान दर्ज कर लिया गया है।
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