मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल केसः 16 लोगों की निकाली गईं आंखें, मामला हुआ दर्ज
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के आई हॉस्पिटल में 65 लोगों की ऑपरेशन के बाद रोशनी जाने के मामले में अस्पताल प्रबंधन पर बीते बुधवार की देर शाम को प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। सिविल सर्जन और एडिशनल चीफ मेडिकल ऑफिसर ने संयुक्त रूप से आई हॉस्पिटल प्रबंधन की लापरवाही के चलते अब तक 16 लोगों के आंख की रोशनी जाने को लेकर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। वहीं दूसरी तरफ बीते बुधवार को मामले में पीड़ित और 9 लोगों की बुधवार को ऑपरेशन कर आंख निकाली गई।
सीएस ने अबतक 16 लोगों की आंखें निकालने की पुष्टि की है। वहीं चार पीड़ितों को गंभीर होने पर भर्ती किया गया है। जबकि चार पीड़ितों की आंख का ऑपरेशन गुरुवार यानी की आज किया जाएगा। बता दें कि मोतियाबिंद सर्जरी के चलते रोगियों की आंखें निकालने की खबर का संज्ञान राष्ट्रीय मानव अधिकारी आयोग ने लिया। आयोग ने पाया है कि लापरवाही से आंखों का ऑपरेशन करना, मेडिकल प्रोटोकॉल के नियमों के उल्लंघन का एक गंभीर मामला है। आयोग से मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर मामले में चार हफ्ते में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में बीते 22 नवंबर को सुबह 10 बजे से लेकर 1 बजे तक विशेष मोतियाबिंद ऑपरेशन का कैंप लगाया गया था। इसमें करीब 24 से अधिक महिलाओं और पुरुषों ने मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाया था। लेकिन महज एक सप्ताह के भीतर ही सभी के आंखों में इंफेक्शन हो गया। लोगों की हालत इतनी खराब हो गई कि दूसरे जिलों में जाकर इलाज करवाना पड़ा।
50 साल पहले 350 परिवार पाकिस्तान में सोए थे, आंख खुली तो उनके गांव भारत का हिस्सा बन चुके थे