शर्मनाकः रेप पीड़िता को तीन दिन तक थाने में बंद कर पीटा फिर एक हफ्ते तक नहीं हुआ मेडिकल
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर में महिला पुलिस को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां दुष्कर्म पीड़िता को प्रताड़ित कर आरोपित को बचाने की कोशिश हो रही थी। पीड़िता न्याय की गुहार लगाने थाने पहुंची तो महिला थाना प्रभारी ने उल्टा पीड़िता को ही पीट दिया। पीड़िता के शरीर पर अब भी घाव के निशान मौजूद हैं।
एक हफ्ते तक नहीं हुआ मेडिकल
इसके अलावा पुलिस ने पीड़िता को तीन दिन तक थाने में बंद रखा और आरोपित का नाम बदलवाने का दबाव बनाती रही। पीड़िता के परिजनों से महिला थाना प्रभारी ने केस दर्ज करने के बदले डेढ़ लाख रुपये की मांग की। इसके बाद परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस के उच्चाधिकारियों से की, जिसके बाद महिला थाना प्रभारी आभा रानी को निलंबित कर दिया गया है। पीड़िता के साथ 27 मार्च को रेप हुआ लेकिन एक हफ्ते तक मेडिकल टेस्ट नहीं हो सका।
पीड़िता पर पुलिस बना रही थी दबाव
पीड़िता और उसके परिजन शिकायत करने के लिए करजा थाने पहुंचे तो वहां से महिला थाना जाने को कह दिया गया। जब परिजन महिला थाना भी पहुंच गए तो उनका केस दर्ज नहीं हुआ। बल्कि पुलिस तीन दिन तक पीड़िता पर दबाव बनाती रही। पुलिस रेप आरोपित राजकुमार को बचाने के लिए पीड़िता पर बयान बदलने के लिए दबाव बना रही थी।
महिला थाना प्रभारी को किया गया सस्पेंड
जब पीड़िता ने तीन दिन तक थाने में रहने के बावजूद भी बयान नहीं बदला तो आरोप है कि महिला थाना प्रभारी आभा रानी ने खुद पीड़िता की जमकर पिटाई कर दी। इस मामले में महिला थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। नाबालिग के साथ दुष्कर्म का आरोपी राजकुमार मोतीपुर थाना के बरजी का रहने वाला है। वो नाबालिग लड़की के दूर का संबंधी है। परिजनों के अनुसार पैसे के बल पर इस संगीन मामले को राजकुमार दबाना चाह रहा था जिसके कारण पुलिस लगातार पीड़िता पर ही दबाव बनाती रही।
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