मुजफ्फरपुरः चमकी बुखार का एक और मामला आया सामने, कुल 7 बच्चे हुए बीमार
मुजफ्फरपुर। एक तरफ पूरा देश कोरोना का दंश झेल रहा है तो वहीं बिहार में चमकी बुखार यानी कि एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम का असर दिखने लगा है। इस इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के कारण इस साल अब तक मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल ( एसकेएमसीएच) में 7 बच्चों को भर्ती कराया गया है। इनमें से चार का अभी भी इलाज चल रहा है, दो को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और एक बच्चे की मौत हो गई है।
बता दें कि एसकेएमसीएच में पिछले वर्ष भी चमकी बुखार का प्रकोप देखने को मिला था। अकेले इस अस्पताल में ही चमकी बुखार के चलते करीब 150 मासूमों की मौत हो गई थी और पूरे बिहार में इस बीमारी की वजह से तकरीबन 200 बच्चों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
1 more Acute Encephalitis Syndrome (AES) patient admitted to Shri Krishna Medical College & Hospital(SKMCH) today. Total 7 children have been admitted this year so far due to AES, of these 2 have been discharged&1 died: SK Sahi, Superintendent,SKMCH, Muzaffarpur. #Bihar
— ANI (@ANI) April 9, 2020
राज्य सरकार ने इस गंभीर बीमारी से निपटने के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत की थी। खास कर मुजफ्फरपुर में बच्चों का टीकाकरण किया गया था। लेकिन इस साल भी इस बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती हो रहे बच्चे, सरकार के टीकाकरण पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
कई सारी रिपोर्ट्स के अनुसार जापानी इंसेफेलाइटिस और क्षेत्रीय भाषा में चमकी बुखार कहे जाने वाले एईएस लीची फल के चलते फैलता है। कुपोषण, जलवायु, स्वच्छता, अपर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं, और जागरूकता की कमी से बीमारी चरम पर पहुंचती है।
राजस्थान के 24 जिलों में फैला कोरोना, एक दिन में 30 नए केस से कुल पॉजिटिव 413