असबाब हत्याकांड का इनामी शूटर गिरफ्तार, 2 भाइयों की हत्या में था गवाह
Muzaffarnagar news, मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर पुलिस ने असबाब हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा करते हुए साफ कर दिया है की असबाब के दो भाइयों की हत्या साम्प्रदायिक दंगे में नहीं बल्कि 2013 में दंगे के दौरान ही रंजिश के तहत एक लाख के इनामी कुख्यात अपराधी सुशील मूंछ के कहने पर हुई थी, जिसमे असबाब प्रमुख गवाह था। इसलिए आरोपियों ने असबाब को भी ठिकाने लगा दिया। असबाब हत्याकांड में पुलिस एक हत्यारोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और आरोपी की निशानदेही पर एक रिवॉल्वर (आलाहकत्ल) भी बरामद की है।
गोलियों से भूनकर उतारा मौत के घाट
बता दें कि 11 मार्च सोमवार की शाम को बाइक सवार अज्ञात बदमाशों बे दूध कारोबारी असबाब को गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना के बाद मृतक असबाब के परिजनों ने 6 लोगों के खिलाफ पुलिस को नामजद तहरीर दी थी। तभी से पुलिस इस हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ़्तारी के प्रयास कर रही थी। शनिवार को पुलिस ने एक हत्यारोपी को रिवॉल्वर के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
इनामी बदमाश के घर पर रह रहा था हत्यारा
मुजफ्फरनगर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि इसी महीने की 11 तारीख को खतौली में एक दूध कारोबारी की हत्या कर दी गयी थी। इस घटना का खुलासा हुआ है जिसमें हत्यारोपी आशु उर्फ़ दीपक चौधरी निवासी सहारनपुर जो वर्तमान में मथेडी गांव में 1 लाख के इनामी कुख्यात अपराधी सुशील मूंछ के घर पर रह रहा था। इसके पास से हत्या में प्रयोग किया गया एक 38 बोर का रिवॉल्वर और एक बाइक भी बरामद हुई है।
भाइयों की हत्या का प्रमुख गवाह था असबाब
उन्होंने बताया कि 2013 में असबाब के दो भाइयों का मर्डर हुआ था। असबाब इस डबल मर्डर का प्रमुख गवाह था, इसलिए केस को ख़त्म करने के लिए कुख्यात बदमाश सुशील मूंछ के लड़के टोनी के घर में काम करने वाले नौकर और अन्य कुछ लोगों के साथ इस हत्याकांड की पहले प्लानिंग की और फिर 11 मार्च को असबाब की हत्या कर दी गयी। इस हत्याकांड में सभी आरोपियों पर 25/25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। एक आरोपी को आज गिरफ्तार किया गया है, बाकि अन्य आरोपियों को भी जल्दी गिरफ्तार किया जायेगा।
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