पुलवामा में शहीद हुए प्रशांत शर्मा का पार्थिव शरीर पहुंचा मुजफ्फरनगर, अंतिम दर्शन करने उमड़ा जनसैलाब
मुजफ्फरनगर। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में शुक्रवार को आतंकियों से हुई मुठभेड़ में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले का लाल प्रशांत शर्मा शहीद हो गए थे। रविवार को प्रशांत शर्मा का पार्थिव शरीर पैतृक घर मुजफ्फरनगर पहुंचा। इस दौरान प्रशांत शर्मा के अंतिम दर्शन करने और श्रद्धांजलि देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। तो वहीं, प्रशांत शर्मा के पार्थिव शरीर को देखकर घर में कोहराम मच गया। प्रशांत के परिजनों का रो-रो कर बुला हाल है।
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प्रशांत शर्मा, रिटायर्ड सेना नायक शीशपाल शर्मा के बेटे थे और स्पोर्ट्स कोटे से 2017 में सेना में भर्ती हुए थे। वर्तमान में प्रशांत की पोस्टिंग आरआर यूनिट पुलवामा में थी। वो करीब छह महीने से वहां तैनात थे। शुक्रवार रात पुलवामा के जदूरा इलाके में सर्च ऑपरेशन के दौरान सेना के जवानों की आतंकियों से मुठभेड़ हो गई थी। मुठभेड़ के दौरान प्रशांत शर्मा शहीद हो गए। प्रशांत को सीने में चार गोलियां लगीं थी। वीरता और साहस का परिचय देते हुए सेना के जवान ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया।
शनिवार सुबह पुलवामा हैड क्वार्टर से सूबेदार मेजर ने परिजनों को फोन कर जवान के शहीद होने की जानकारी दी। वहीं, शहादत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। प्रशांत की मां और मंगेतर का रो-रोकर बुरा हाल है। तो वहीं, शनिवार को केन्द्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान, राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, पूर्व सांसद हरेन्द्र मालिक ने शहीर जवान के घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। इतना ही नहीं, योगी आदित्यनाथ ने प्रशांत शर्मा के शौर्य और वीरता को नमन करते हुए उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।
मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है। उन्होंने इसके साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने और जिले की एक सड़क शहीद के नाम पर करने की भी घोषणा की है। सीएम योगी ने कहा है कि राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीद के सर्वोच्च बलिदान को सदैव याद रखा जाएगा।