'मैं 13 साल की थी जब IS ने मुझे बंधक बनाया, तीन बार आतंकियों को बेची गई और...'
मुंबई। ''जब मैं 13 साल की थी तब आईएस ने मुझे बंधक बनाया था। एक साल तक उन्होंने मेरे साथ हैवानियत की। इस दौरान मैं तीन बार आतंकियों को बेची गई थी।'' आतंकी संगठन आईएस के चंगुल से आजाद हुई एक यजीदी दुष्कर्म पीड़िता ने मुंबई के एक संवाददाता सम्मेलन में आपबीती सुनाते हुए ये बातें बताईं।
यजीदियों के कार्यालय में आयोजित हुआ सम्मेलन
कुछ दुष्कर्म पीड़िताओं के साथ मुक्त यजीदियों के कार्यालय के निदेशक हुसैन अल कैदी ने मुंबई में स्थानीय एनजीओ के सहयोग से संवाददाता सम्मेलन किया था। इस सम्मेलन में लोगों ने आतंकी संगठन आईएस की हैवानियत को बयां किया।
'कभी न भूल वाले अनगिनत दाग मिले हैं'
सम्मेलन में पहुंची एक दुष्कर्म पीड़िता ने बताया, ''मेरे साथ बार-बार यौन उत्पीड़न हुआ। मुझे आतंकियों के हाथों तीन बार बेचा गया। एक साल तक बंधक बनाकर कर रखा गया। इस दौरान उसके साथ हैवानियत की हदें पार की गईं। इस एक साल में उसे कभी न भूल वाले अनगिनत दाग मिले हैं।''
आईएस ने 2014 में किया था सिनजार पर कब्जा
बता दें, आईएस ने 2014 में उत्तर इराक के सिनजार पर कब्जा किया था।इसके बाद हजारों की संख्या में यजीदी वहां से भागने के लिए मजबूर हुए। आईएस ने जिसे-जिसे पकड़ा उसे जिंदा दफन कर दिया या जिंदा जला दिया। लड़कों को आतंकी बनने का प्रशिक्षण दिया गया। महिलाओं और लड़कियों के साथ रेप किया गया, उन्हें सेक्स स्लेव बनाया गया।