क्या आपके लिए भी महंगाई कम हो गई है
मुंबई।
क्या
आपके
लिए
भी
महंगाई
कम
हुई
है
या
सिर्फ
यह
आंकड़ों
में
पता
लग
रहा
है
कि
महंगाई
कम
हो
गई
है।
हाल
ही
जारी
हुए
ताजा
आंकडो़ं
में
थोक
महंगाई
दर
में
भारी
गिरावट
दर्ज
की
गई
है।
जानकारी
के
मुताबिक
थोक
महंगाई
दर
पांच
साल
में
पहली
बार
इतने
निचले
स्तर
पर
आई
है।
खैर, क्या महंगाई वाकई इतने निचले स्तर पर आई है। क्योंकि थोक महंगाई दर में गिरावट का नाता सीधे तौर पर खुदरा बाजार की महंगाई से होता है। यदि थोक बाजार में माल सस्ता मिलेगा तो खुदरा बाजार में भी वस्तुओं और चीजों के दाम पहले की तुलना में कम होते हैं।
लेकिन अक्सर देखा जाता है कि थोक महंगाई में कमी होने के बाद खुदरा बाजार में इसका असर नहीं पड़ता है। दरअसल, थोक बाजार में कीमतें कम होने के बाद भी थोक व्यापारी और अड़तिये कई बार वस्तुओं ज्यादा कीमत पर ही खुदरा व्यपारियों को बेचते हैं। जिससे खुदरा बाजार तक इसके सस्ते होने का असर नहीं हो पाता।
इसके लिए कोई निगरानी बॉडी भी नहीं बनी है। जिसके जरिए थोक और खुदरा बाजार के बीच का अंतराल को समझा सके। इस अंतराल में ही असल महंगाई बढ़ने और घटना का राज छिपा होता है।
अब अगर आंकड़ों की बात करें तो जानकारी यह है कि सितंबर में थोक महंगाई दर पांच साल के निचले स्तर 2.78 फीसदी पर आ गई है। वहीं अगस्त में थोक महंगाई दर 3.74 फीसदी पर थी। खाने-पीने की महंगाई दर अगस्त में ही खाने-पीने की महंगाई दर 5.15 फीसदी पर थी।
निष्कर्षः दरअसल, इन आंकड़ों से पता चल रहा है कि महंगाई तो घट रही है। लेकिन केवल आंकड़ों में। क्योंकि बाजार में भाव जस के तस हैं। खाने-पीने के दाम में तो भाव लगातार बढ़ रहे हैं।