50 बरस तक खत्म नहीं हो पाएगी बाल विवाह प्रथा
बेंगलोर। बाल विवाह के मामलों से भारत दशकों से जूझ रहा है। देश कई ग्रामीण इलाकों में अभी भी बच्चियों की शादी उम्र से पहले ही करा दी जाती है। जिसका नतीजा यह होता है कि बचपना तो मारा ही जाता है साथ ही गर्भवती होने के दौरान शादी-शुदा बच्ची मौत हो जाती है। इसी बीच यूनीसेफ की रिपोर्ट ने हलचल मचा दी है कि बाल विवाह समस्या इतनी गहरी तक छिपी हुई है कि इसे खत्म होने में अभी पचास बरस का समय लग सकता है। यानी कई देश नन्ही बच्चियों का जीव दांव पर है।
जानकारों ने इस रिपोर्ट आने के बाद समस्या पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। कई विशेषज्ञों ने इस समस्या का निदान जल्द से जल्द खोेजने की ओर प्रयास करने की हिमायती की है। आपको बता दें कि से 24 साल की विवाहित महिलाओं के अध्ययन से पता चलता है कि उनमें से 43 फीसदी का विवाह तो 18 साल से कम उम्र में ही हो गया था। सर्वे के दौरान हर पांच में से दो महिलाओं ने बताया कि उनका बाल विवाह हुआ था।