मौत की सजा से भी नहीं थर्राईं मासूमों की हत्यारी बहने
मुंबई। महाराष्ट्र की वो दो बहने जिन्होंने 13 बच्चों का अपहरण कर उनमें से नौ बच्चों मौत के घाट उतार दिया था। उनको अब जल्द ही फांसी की सजा सुनाई जा सकती है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दोनो बहनों की दया याचिका खारिज कर दी है। रेणुका शिंदे और सीमा गाविता ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से अपनी फांसी की सजा को माफ करने की गुहार लगाई थी। लेकिन नौ बच्चों की निर्मम हत्या करने के जुर्म के आगे राष्ट्रपति ने दया याचिका को ही खारिज कर दिया।
यह था मामला
पुलिस के मुताबिक यह दोनो बहने पहले गरीब बच्चों का अपहरण करती थीं। जिसके बाद उन बच्चों से जबरदस्ती चोरी के धंधे में लगा देती थीं। जब यह बच्चे थोड़ समझदार होने लगते या इस काम का विरोध करते थे उनको निर्मम तरीके से मार देती थीं। यह दोनो बहने बच्चों मारने के लिए उनके सिर पर लोहे की रोड से तब तक वार करती थीं जब तक उनका दम नहीं निकल जाया करता था।