महाराष्ट्र: आंगनवाड़ी में हुआ 64 लाख का घोटाला, 8 लाख लाभार्थियों के फर्जी नाम दर्ज
Mumbai news (मुंबई): महाराष्ट्र के आंगनवाड़ी केंद्रों में फर्जी छात्रों के नाम पर गबन की चौंकाने वाली बात सामने आई है। यहां बच्चों को दिए जाने वाले पोषण आहार में रोज 64 लाख रुपए के घोटाले का मामला प्रकाश में आया है। केंद्रीय महिला व बालविकास मंत्रालय द्वारा दिए गए रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के एक लाख आंगनवाड़ी में करीब 8 लाख लाभार्थी विद्यार्थियों के नाम फर्जी हैं।
पिछले दिनों उत्तरप्रदेश के आंगनवाड़ी में 14 लाख विद्यार्थियों का नाम फर्जी रजिस्ट्रेशन में सामने आया था। इस पृष्ठभूमि पर महाराष्ट्र के आंगनवाडी में कितने विद्यार्थी हैं, इनमे फर्जी विद्यार्थियों की संख्या कितनी है, इस मामले में केंद्रीय महिला व बालविकास विभाग जांच कर रहा है। आंगनवाड़ी में रजिस्टर लाभार्थियों के नाम आधार से लिंक करने के बाद 8 लाख फर्जी नाम सामने आए हैं। ऐसी जानकारी महिला व बालविकास विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है। प्रशासन ने इस बात को गंभीरता लेते हुए फर्जी लाभार्थियों की खोजबीन शुरू कर दी है।
आंगनवाड़ी में पंजीकृत लाभार्थी विद्यार्थियों को पोषण आहार पर प्रत्येक विद्यार्थी आठ रुपए खर्च किया जाता है। इसके लिए केंद्रीय महिला व बालकल्याण विकास मंत्रालय की ओर से चार रुपए 80 पैसे और राज्य सरकार 3 रुपए 20 पैसे देती है। महाराष्ट्र के आंगनवाड़ी में 61 लाख लाभार्थी विद्यार्थियों का पंजीयन है। जिसमें से प्रत्यक्ष आठ लाख विद्यार्थियों के नाम फर्जी पाए गए हैं। इस वजह एक विद्यार्थी को पोषण आहार पर दिन में आठ रुपए खर्च के हिसाब से फर्जी विद्यार्थियों के नाम के जरिए 64 लाख रुपए का घोटाला पाया गया है।