भाजपा के विरोध में खुल कर आई शिवसेना, कहा- महाराष्ट्र सरकार में हो रहा है घोटाला
25 साल तक गठबंधन में रहने के बाद अब भाजपा और शिव सेना अलग हो गए हैं। इसके पीछे बीएमसी चुनाव में सीटों का बंटवारा है।
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन खत्म होने के बाद शिवसेना खुल कर विरोध में आ गई है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार में घोटाला हो रहा है। कहा कि जो शीशे के घर में रहते हैं, वो दूसरे पर पत्थर नहीं फेंकते। कहा कि भाजपा ने भी पार्टी में गुंडे भर रखे हैं।
राउत ने राम मंदिर मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि चुनाव के समय राम मंदिर क्यों याद आता है? चुनाव के बाद राम लला को वनवास पर भेज देते हैं क्या?
बता दें कि महाराष्ट्र में 25 साल पुराना गठबंधन खत्म होने के बाद शिवसेना और भाजपा, बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) का चुनाव अलग-अलग लड़ेंगे। दूसरी ओर संभावना यह भी जताई जा रही है कि शिवसेना बीएमसी चुनावों के लिए राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना से भी हाथ मिला सकती है। संभावना जताई जा रही है कि बीएमसी की 227 सीटों में से 177 पर शिवसेना और 50 सीटों पर मनसे चुनाव लड़ सकती है।
संभावना है कि पुणे और ठाणे के नगर निगम चुनाव के लिए भी दोनों पार्टियां साथ में लड़ सकती है। जिला पंचायत की 25 सीटों पर होने वाले चुनाव भी दोनों पार्टियों के नेता साथ में लड़ने की संभावना तलाश रहे हैं। बता दें कि भाजपा और शिवसेना काफी पुराने साथी रहे हैं।
बीएमसी की 227 सीटों में से बीजेपी आधी सीटें चाहती थी जबकि शिवसेना भाजपा को 60 सीट देने की बात कह रही थी। जिससे दोनें पार्टियों में टकराव बढ़ गया और दोनों के रास्ते अलग-अलग हो गए। 21 फरवरी को 227 सीटों वाली मुंबई महानगरपालिका में वोट पड़ने हैं। इसी के साथ नौ महानगरपालिका और 25 जिला परिषद के चुनाव भी महाराष्ट्र में होने हैं। राज्य में बीएमसी के अलावा पुणे, नासिक, कोल्हापुर और नागपुर नगर निगमों के चुनाव भी होने हैं। ये भी पढ़ें: महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र, कहा- नहीं जाना बेटे के पास अमेरिका