अश्विनी बिद्र हत्याकांड: उद्धव ठाकरे को महिला इंस्पेक्टर की बेटी ने लिखा भावुक पत्र, लाश ढूंढने की लगाई गुहार
मुंबई। साल 2016 में अश्विनी बिद्रे हत्याकांड ने पूरे महाराष्ट्र पुलिस महकमे में सनसनी फैला दी थी। अश्विनी की हत्या का आरोप महाराष्ट्र पुलिस इंस्पेक्टर अभय कुरुंदकर पर लगा था। चार साल बाद अश्विनी बिद्रे हत्याकांड एक बार फिर चर्चाओं में है। दरअसल, अश्विनी बिद्रे की दस साल की बेटी ने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भावुक करने वाला पत्र लिखा है। पत्र में बच्ची ने उसकी मां की लाश को जल्द पता लगाने और दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की है।
अश्विनी बिद्रे की बेटी ने सीएम ठाकरे को लिखा पत्र
महिला पुलिस इंस्पेक्टर अश्विनी बिद्रे की बेटी ने लिखा, 'जब मैं छह साल की थी तब मेरी मां की हत्या हुई है, लेकिन अब तक उनकी बॉडी नहीं मिली। प्लीज मुझे मेरी मां कि बॉडी ढूंढ़कर दो। मुझे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर पूरा भरोसा है। पिछली सरकार ने हमें खाली आश्वासन दिया था लेकिन आप वैसा मत करें। मेरी मां को पुलिस ने ही मारा है और मुझे डर है कि मेरे पिता को भी मार देंगे। वो इस मामले में कोर्ट के काम से वे हमेशा बाहर जाते रहते हैं। मुख्यमंत्री साहब मुझे आपसे मिलना है। जल्द ही मेरी मां की बॉडी हमें दे दो और मां के हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए।'
सीनियर से हुआ था शादीशुदा अश्विनी को प्यार
कोल्हापुर की रहने वाली अश्विनी बिद्रे की साल 2005 में राजू गोरे नाम के व्यक्ति से शादी हुई थी। अश्विनी का सपना एक पुलिस अफसर बनने का था। शादी के दो साल बाद उसने महाराष्ट्र PSC एग्जाम क्लियर किया। पहली पोस्टिंग बतौर सब-इंस्पेक्टर पुणे में मिली। तीन साल पुणे में बिताने के बाद अश्विनी को सांगली में ट्रांसफर किया गया। वो अपने पति राजू गोरे और डेढ़ साली की बेटी के साथ वहां शिफ्ट हुई। यहीं उसकी मुलाकात सीनियर अफसर अभय कुरुंदकर से हुई। दोस्ती जल्दी ही प्यार में तब्दील हो गई। अश्विनी अभय के प्रति आकर्षित थी। दोनों में लगाव इतना बढ़ गया कि 2013 में जब उसे रत्नागिरी में पोस्टिंग मिली, तो अभय उससे मिलने 170 किमी ट्रैवल करके आने लगा। वो एक बेटी की मां थी और अभय दो बच्चों का पिता, फिर भी दोनों बेहद नजदीक आ चुके थे।
क्या था पूरा मामला
11 अप्रैल 2016 को नवी मुंबई में तैनात महिला पुलिस इंस्पेक्टर अश्विनी बिद्रे अपने घर से ड्यूटी के लिए तो गई, लेकिन वापस नहीं आई। जब अश्विनी बिद्रे की तलाश शुरू हुई तो पता चला की अंतिम बार वे अभय कुरूंदकर नामक एक पुलिस इंस्पेक्टर से मिली थीं। उसी के बाद से वो लापता हैं। इस मामले की जांच में पुलिस को पता चला कि इंस्पेक्टर अभय कुरूंदकर ने ही इस महिला पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या करवाई।
शादी का बना रही थी दबाव
अश्विनी बिद्रे के गायब होने के 22 महीने बाद मुंबई पुलिस केस का खुलासा कर पायी थी। बीते 2 मार्च को इंस्पेक्टर ने अपना गुनाह कबूला। अभय कुरुंदकर ने पुलिस को बताया, 'वो बार-बार शादी का दबाव बना रही थी। मैं अपनी बीवी और बच्चों को नहीं छोड़ सकता था। इसी वजह से मैंने उसे मार डाला।' अभय ने बताया कि उसकी लाश को आरी से काट कर एक बॉक्स में भरके वसई की खाड़ी में फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपी इंस्पेक्टर समेत चार लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया और अभी भी गोताखोरों की मदद से लाश की तलाश जारी है।
चार साल बाद भी नहीं मिला शव
इस मामले को चार साल हो गए हैं। लेकिन अभी तक ना तो मृत महिला पुलिस अधिकारी की लाश मिली और ना ही आरोपियों को सजा मिली है। अपनी मां की हत्या के मामले में मृतक पुलिस अधिकारी की बेटी पहले भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सरकार से गुहार लगा चुकी है। अब उसने ठाकरे सरकार से गुहार लगाई है साथ ही सीएम ठाकरे से मिलने की तारीख भी मांगी है।
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