परेश रावल का कांग्रेस पर आरोप- 26/11 मुंबई हमले के बाद छोड़ा सर्जिकल स्ट्राइक का आइडिया
मुंबई- एक्टर और भाजपा सांसद परेश रावल ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कांग्रेस पर बड़ा निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि साल 2008 में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक के आइडिया को ठुकरा दिया था। उन्होंने दावा किया कि 26/11 मुंबई हमले के बाद आर्मी ने सर्जिकल स्ट्राइक का प्रस्ताव रखा था, जिसे तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने खारिज कर दिया था। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए रावल ने कहा कि सेना के साथ खड़े होने और सहयोग की जगह सरकार ने इनकार किया।
रावल ने कांग्रेस सरकार के सर्जिकल स्ट्राइक को ठुकराने की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, " लोगों ने हमाकरी सेना की ताकत पर संदेह करना शुरू कर दिया. सरकार ने मना क्यों किया। क्या उन्हें अपने वोट बैंक को खोने की चिंता नहीं थी'। परेश रावल ने कहा कि पीएम मोदी होते तो वो सर्जिकल स्ट्राइक की अनुमति देते। गौरतलब है कि फिल्म 'उरी द सर्जिकल स्ट्राइक' पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर(पीओके) में भारतीय सेना द्वारा करी गई सर्जिकल स्ट्राइक पर आधारित है। जम्मू-कश्मीर के उरी में आतंकी हमले के बाद 29 सितंबर को आर्मी ने सीमा पार जाकर इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंज़ाम दिया था।
ये फिल्म 11 जनवरी को रिलीज हो रही है। इस फिल्म में परेश रावल के अलावा विक्की कौशल, यामी गौतम मुख्य भूमिकाओं में हैं। हालांकि फिल्म की रिलीज की टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। ये फिल्म लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आ रही है. सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर आज से दो साल पहले भाजपा और कांग्रेस के बीच जमकर बहस हुई थी. कांग्रेस अक्सर मोदी सरकार पर सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप लगाते रही है। राहुल गांधी का कहना है कि मनमोहन सिंह के पीएम रहते हुए भी सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंज़ाम दिया था। लेकिन उन्होंने मोदी सरकार की तरह इसका प्रचार नहीं किया. वहीं भाजपा कांग्रेस को सेना के साथ ना खड़े होने और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर समझौते करने के आरोप लगाती रही है.
हालांकि इस सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देने वाले लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा भी कह चुके हैं कि इस मुद्दे का बहुत ज्यादा राजनीतिकरण और प्रचार हो चुका है.