पुणें में कई गांवों को निगल रहा भूस्खलन का कहर
मुंबई। महाराष्ट्र राज्य में पचास गांवों को भूस्खलन नाम का कहर निगलने को तैयार है। खबर है कि पुणे में इतनी भयंकर तरीके से भूस्खलन हुआ है कि पहाड़ का एक हिस्सा टूट कर गिर गया है। जिससे काफी नुकसान हुआ है। इतनी ज्यादा भारी बारिश है कि पचास गांवों पर कहर बरपा रहा है। महाराष्ट्र के गांव में रह रहे लोग इस समय कुदरत के कहर से थर्रा उठे हैं। इतने की लोगों को बाहर निकलते वक्त भी डर लग रहा है। कई लोगों के मारे जाने की खबर है। भूस्खलन से लगातार प्रभावित हो रहे गांवों को बचाने का अभियान शुरू किया जा चुका है। डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों के फंसे होने के खबर है।
इलाकों में कहर
भारी बारिश के कारण पालघर-मनोर मार्ग स्थित मसवाल पुल पिछले दो दिन से डूबा हुआ है। इसके साथ ही मुर्बाद और राहता के बीच का पुल भी डूबा रहा। जिसके चलते मुर्बाद मार्ग बंद है। वहीं सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में पालघर, वसई, दहानू और विक्रमगढ़ शामिल हैं। आपदा नियंत्रण कक्ष के अधिकारी जयदीप विसावे ने बताया कि मुर्बाद और पालघर तालुका के लगभग 50 गांव कट गए हैं। उन्होंने बताया कि गांव वालों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम तेज कर दिया गया है।
पूरे राज्य में हलचल
भारी बारिश से सबकुछ तहस नहस होने की स्थिति में है। पानी ही पानी है। दीवार व पहाड़ गिरने की कगार पर हैं। सड़कों पर पानी लबालब होकर बह रहा है। मौसम विभाग ने भी यह आशंका जताई है कि तेज बारिश हो सकती है। सड़के लबालब होने के चलते लोगों का गांव ही नहीं शहर में भी बाहर निकलना दूबर हो गया है। वाहनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो रही है। खबर लिखे जाने तक इतने बुरे हालात थे कि सड़कों पर वाहनों की लम्बी कतार देखी जा रही थी।