मोहम्मद रफी का बेटा चुनाव मैदान में
मुंबई। 'तुम मुझे यूं भुला न पाओगे, जब कभी भी सुनोगे गीत मेरे, संग-संग गुनगुनाओगे' मोहम्मद रफी का यह गीत उनके बेटे के मोबाइल की कॉलर ट्यून है। वही बेटा जो अब महाराष्ट्र के चुनावी मैदान में उतरा है। रफी साहब के बेटे को जब कोई भी फोन करता है तो उनके सबसे पहले उन्हें यही गीत सुनने को मिलता है।
रफी साहब के बेटे शाहिद रफी महाराष्ट्र विधानसभा का चुनान लड़ रहे हैं। शाहिद मुंबादेवी विधानसभा क्षेत्र से हैदराबाद की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
शाहिद जिस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने उतरे हैं उस पार्टी पर सांप्रदायिक राजनीति के आरोप लगते रहे हैं। लेकिन पार्टी ने मोहम्मद रफी के बेटे शाहिद को चुनाव में खड़ा करके इस छवि को धोने की कोशिश की है।
एक जानकारी के मुताबिक दक्षिण मुंबई के विधानसभा क्षेत्र में साठ फीसदी जनसंख्या मुस्लिम समुदाय की है। जो शाहिद के किए प्लस पोइंट का काम कर सकता है।
परिणाम क्या होंगे मैं नहीं जानता
शाहित ने कहा है कि चुनाव परिणाम क्या होंगे यह मैं नहीं जानता। यह मैं ऊपर वाले पर छोड़ता हूं। शाहिद यह खुद मानते हैं कि उनके पिता के गाए गीतों की बदोलत इसी तरह का समर्थन और लोगों का प्यार देश में हर जगह उन्हें मिलता।