पिता के शव के पास रातभर पढ़ती रही बेटी, सुबह जाकर दिया बोर्ड का एग्जाम
Maharashtra news, मुंबई। लक्ष्य तक पहुंचने के लिए जब स्ट्रीट लाइट की रोशनी में पढ़कर एक बच्चा अमेरिका का राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन बन सकता है तो कुछ भी हो सकता है। लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि कोई इंसान शव के पास बैठकर रातभर पढ़ाई करे, ये सबको हैरानी कर देने वाली बात है लेकिन यह सच है। दरअसल महाराष्ट्र में रहने वाली एक दसवीं क्लास की छात्रा ने अपने बेहद करीबी शख्स को खोने के बाद अपना ध्यान पढ़ाई पर रखा और अगली सुबह परीक्षा भी दी।
कैंसर से पिता की मौत
रौंगटे खड़े कर देने वाला ये मामला महाराष्ट्र के भंडारा जिले का है। जहां 10 वीं में पढ़ने वाली छात्रा प्रणति खेमराज मेश्राम ने कैंसर से झूझ रहे अपने पिता को खो दिया जब उसकी बोर्ड परीक्षा चल रही थी। प्रणति के पिता महाराष्ट्र राज्य नगर परिवाहन निगम में कार्यरत थे। प्रणति के परिवार में उनकी मां और एक भाई है। प्रणति का कहना है कि उसके पिता उससे कहा करते हैं कि शिक्षा ही किसी के भाग्य और भविष्य को बदल सकती है।
अगले दिन बोर्ड एग्जाम, रातभर की पढ़ाई
बीते 4 मार्च को कैंसर की बीमारी से प्रणति के पिता की मौत हो गई थी। अगले दिन प्रणति का इंग्लिश का पेपर था। प्रणति ने हिम्मत से अपने आप को बांधा और रातभर पिता के शव के पास बैठकर पढ़ाई की और सुबह जाकर अपनी बोर्ड की परीक्षा में शामिल हुई।
'पिता के सपनों को प्रणति करे पूरा'
पिता के अंतिम संस्कार के लिए तैयारी कर रहे थे और वहां प्रणति अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए परीक्षा दी। प्रणति के पिता की मौत की जानकारी जैसे ही स्कूल प्रशासन को हुई तो प्रिंसिपल एस के खोबरागड़े, सुपरवाइजर आरएम मुले, शिक्षक संजय प्रधान और एसडब्ल्यू दीवते प्रणाति के घर पहुंचे। सभी ने प्रणति को ढांढस बंधाया और शिक्षा के जरिए अपने पिता के सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया। रातभर पिता के शव के पास पढ़ाई कर परीक्षा देने के बाद प्रणति अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल हुई।
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