शिवसेना सांसद भावना गवली के करीबी सईद खान को ईडी ने किया गिरफ्तार, 72 करोड़ की धोखाधड़ी का है मामला
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार देर रात महाराष्ट्र के यवतमाल-वाशिम से शिवसेना सांसद भावना गवली के सहयोगी सईद खान को उनके ट्रस्ट से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया।
मुंबई, 28 सितंबर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार देर रात महाराष्ट्र के यवतमाल-वाशिम से शिवसेना सांसद भावना गवली के सहयोगी सईद खान को उनके ट्रस्ट से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया। खान को मंगलवार को धन शोधन निवारण अधिनियम की एक विशेष अदालत में पेश किया जा सकता है। बता दें कि पिछले महीने ईडी ने खान और गवली से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की थी।
खान पर गवली के ट्रस्ट को कंपनी में बदलने और अनुचित लाभ लेने के लिए इसका निदेशक बनने का आरोप है। ईडी ने ट्रस्ट से जुड़ी कथित वित्तीय अनियमितताओं को लेकर मामला दर्ज किया है। इसमें गवली पर धन शोधन और 17 करोड़ रुपए के गबन के साथ-साथ अपनी पावर का गलत इस्तेमाल कर सरकारी अनुदान और धन प्राप्त करने का भी संदेह है। ईडी के अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम से करीब 43 करोड़ रुपये के कर्ज से जुड़ी कथित अनियमितताएं हैं। धन का कथित रूप से दुरुपयोग किया गया था और उस उद्देश्य के लिए उपयोग नहीं किया गया जिसके लिए इसे प्रदान किया गया था।
यह भी पढ़ें: WHO नई टीम के साथ फिर शुरू करेगा कोरोना वायरस उत्पत्ति की जांच, क्या चीन से मिलेगी इजाजत?
बता दें कि इस मामले को सर्वप्रथम शिवसेना की वाशिम जिला इकाई के पूर्व उपाध्यक्ष हरीश सारदा ने उठाया था और गवली के खिलाफ धन की हेराफेरी को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने इस मामले में पुलिस द्वारा उचित कदम न उठाए जाने को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। सारदा ने अपनी शिकायत में गवली पर मनी लॉन्ड्रिंग, गबन, और एक कारखाने के लिए अनुदान और धन प्राप्त करने में शक्ति के दुरुपयोग का आरोप लगाया। गवली के पिता पुदलिकराव, जो लोकसभा में भी इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे, इसके मुख्य प्रमोटर थे। इस फैक्ट्री की स्थापना 1998 में की गई थी और यह फसल अवशेष से फर्नीचर आदि बनाती थी। कंपनी का उद्देश्य स्थानीय किसानों को रोजगार प्रदान करना था।
हालांकि यह फैक्ट्री कभी शुरू ही नहीं हो सकी। 1998 में इस परियोजना की अनुमानित लागत 43.85 करोड़ रुपए थी, लेकिन गवली द्वारा संचालित भावना एग्रो प्रोडक्ट्स को इसे मात्र 7.9 करोड़ रुपए में बेचा गया। सारदा ने गवली के पिता पर सक्षम अधिकारियों से आवश्यक अनुमति प्राप्त किए बिना 14.90 हेक्टेयर फैक्ट्री भूमि को अवैध रूप से स्थानांतरित करने का आरोप लगाया। शारदा ने कहा कि भूमि एक सहकारी समिति की है और सरकार की मंजूरी के बिना किसी भी सार्वजनिक ट्रस्ट को हस्तांतरित नहीं की जा सकती थी। बता दें कि भावना गवली महाराष्ट्र में यवतमाल वाशिम जिले से शिवसेना की सांसद हैं और पिछले 5 लोकसभा चुनावों में जीत हासिल कर चुकी हैं।