डॉ. कफील गिरफ्तारी पर बोले- यूपी पुलिस पर भरोसा नहीं, फिर से फंसाया जा रहा है, मुझे महाराष्ट्र में ही रहने दें
मुंबई. भड़काऊ भाषण देने के आरोप में यूपी एसटीएफ द्वारा पकड़े गए डॉक्टर कफील खान ने कहा है कि 'मुझे यूपी पुलिस पर भरोसा नहीं है। मुझे फंसाया जा रहा है।' कफील ने महाराष्ट्र सरकार से मांग की कि मुझे महाराष्ट्र में ही रहने दें। अन्यथा वे (यूपी सरकार) मुझे गोरखपुर मामले की तरह फिर से आरोपी बनाकर जेल में डाल देंगे।'
कफील
ने
कहा
था,
'सीएए
से
सेकंड
क्लास
हो
जाएंगे
मुसलमान'
डॉ.
कफील
की
बुधवार
को
मुंबई
में
गिरफ्तारी
हुई।
उत्तर
प्रदेश
एसटीएफ
ने
उन्हें
12
दिसंबर
को
अलीगढ़
मुस्लिम
यूनिवर्सिटी
में
दी
गई
स्पीच
के
आरोप
में
पकड़ा।
यूपी
पुलिस
के
मुताबिक,
कफील
ने
एएमयू
में
करीब
600
छात्रों
के
बीच
कहा
था,
'सीएए
मुसलमानों
को
सेकंड
क्लास
का
नागरिक
बनाता
है
और
एनआरसी
लागू
होते
ही
लोगों
को
प्रताड़ित
किया
जाना
शुरू
हो
जाएगा।'
उसी
स्पीच
को
लेकर
उनके
खिलाफ
केस
दर्ज
हुआ
था।
उसके
बाद
कफील
यूपी
से
मुंबई
चले
आए।
वहीं,
कफील
का
कहना
है
कि
मैं
फरार
नहीं
हुआ
था,
बल्कि
मुंबई
बाग
में
सीएए
के
खिलाफ
हो
रहे
प्रदर्शनों
में
शामिल
होने
के
लिए
आया
था।
'मुंबई
बाग'
में
नागरिकता
कानून
के
विरोध
में
महिलाएं
दिल्ली
के
शाहीन
बाग
की
तर्ज
पर
प्रदर्शन
कर
रहीं
हैं।
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नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कफील पर भड़काऊ बयान देने के आरोप हैं। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 153-ए के तहत सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी। उनके खिलाफ दर्ज शिकायत में कहा गया था कि छात्रों को संबोधित करने के दौरान खान ने कहा था कि 'मोटाभाई' सबको हिंदू या मुस्लिम बनना सिखा रहे हैं, लेकिन इंसान बनना नहीं। उन्होंने और भी कई आपत्तिजनक बातें कही थीं।
60
बच्चों
की
मौत
मामले
में
भी
हुए
थे
गिरफ्तार
इससे
पहले
कफील
को
वर्ष
2017
में
बीआरडी
कॉलेज
में
बच्चों
की
मौत
के
मामले
में
गोरखपुर
के
बीआरडी
मेडिकल
कॉलेज
से
सस्पेंड
कर
दिया
गया
था।
उन्हें
काफी
समय
तक
कैद
कर
रखा
गया।
बाद
में
क्लीन
चिट
मिल
गई।
बहरहाल
मुंबई
की
बांद्रा
कोर्ट
ने
कफील
को
ट्रांजिट
रिमांड
पर
उत्तर
पुलिस
की
स्पेशल
टास्क
फोर्स
को
सौंपा
तो
कफील
कहने
लगे
कि
मुझे
यूपी
पुलिस
पर
भरोसा
नहीं
है।
मैं
महाराष्ट्र
सरकार
से
आग्रह
करता
हूं
कि
मुझे
महाराष्ट्र
में
ही
रहने
दिया
जाए।''
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