मुंबई के चेंबूर इलाके में कोरोना के मामलों में वृद्धि, लग सकता है लॉकडाउन
मुंबई के चेंबूर इलाके में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि को देखते हुए वहां लॉकडाउन लगाया जा सकता है।
मुंबई। मुंबई के चेंबूर इलाके में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि को देखते हुए वहां लॉकडाउन लगाया जा सकता है। कोरोना के केसों में लगातार वृद्धि को देखते हुए सोसायटी और फेरी वालों को कोरोना का टेस्ट कराने के निर्देश दिए गए हैं। लोकल अधिकारियों ने कहा है कि अगर हालात में सुधार नहीं हुआ तो इलाके में लॉकडाउन लगाया जा सकता है।
उन्होंने इलाके में जल्द से जल्द कोरोना वायरस के टीकाकरण को लेकर भी जोर दिया। खबरों के मुताबिक एक सप्ताह पहले तक वार्ड में प्रतिदिन 15 से कम करोना के मामले दर्ज किये जा रहे थे जो अब बढ़कर 25 हो गए हैं। वार्ड में कोरोना से मामलों में वृद्धि दर 0.28 प्रतिशत है जो पूरे मुंबई की वृद्धि दर 0.14 प्रतिशत से अधिक है।
स्थानीय अधिकारियों ने कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि के पीछे नागरिकों का कोरोना वायरस को लेकर केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन न करना बताया है। मामले का संज्ञान लेते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने लोगों से कोरोना के दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करने के लिए कहा है। बीएमसी ने एक नोटिस भी जारी किया है जिसमें सोसायटी वालों से 5 बुनियादी दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए कहा गया है, जिसके तहत... सोसायटी में बाहरी लोगों की कम से कम एंट्री होनी चाहिए, सोसायटी में बाहर से आने वालों की थर्मल स्कीनिंग की जानी चाहिए, अगर सोसायटी में कोई कोरोना का केस पाया जाता है तो उसके परिवार को 14 दिन के क्वारंटीन में रहने को कहा गया है।
इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति कोरोना से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आया है तो उसे भी कोरोना वायरस का टेस्ट करवाने के लिए कहा गया है। नोटिस में आगे कहा गया है कि कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए उन बिल्डिंगों और सोसायटीज को सील किया जाएगा जहां कोरोना के केस पाए जाएंगे। मुंबई वेस्ट वार्ड के सहायक नगर आयुक्त पृथ्वीराज चौहान ने कहा, 'हमने घर-घर में सर्वेक्षण भी शुरू किया है। हमें समूह संक्रमण के मामले मिल रहे हैं, जहां एक ही परिवार के सात-आठ लोगों में वायरस पाया गया है। सुरक्षा नियमों का पालन करना जनता की जिम्मेदारी है।' उन्होंने आगे कहा शादी और पारिवारिक समारोह कोरोना वायरस के फैलाव का बड़ा कारण बन रहे हैं। इसी बीच वार्ड अधिकारियों ने संकेत दिया है कि यदि आवासीय सोसाइटियों के लोगों ने दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया तो लॉकडाउन लगाया जा सकता है।
बीएमसी के आंकड़ों के अनुसार मुंबई वेस्ट में कोरोना वायरस के केसों के दोहरीकरण की दर 245 दिन है। 13 फरवरी तक शहर की औसत दोहरीकरण दर 479 दिन थी। रविवार को शहर में 600 से ज्यादा नए कोरोना के मामले दर्ज किए गए। बीएमसी के अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि दैनिक आधार पर हम 15 हजार से अधिक परीक्षण कर रहे हैं जिससे कोरोना का पता लगाने में मदद मिल रही है।
उन्होंने कहा कि लोकल ट्रेनों का शुरू होना, विदेशी यात्रियों के आवागमन और केरल के यात्रियों का आवागमन भी इस वृद्धि का कारण हो सकता है। लेकिन फिलहाल यह कहना जल्दबाजी होगी। हमें एक और सप्ताह का इंतजार करना चाहिए।