बोले पाक राजनायिक, जंग की जुर्रत नहीं कर सकता हिन्दुस्तान, तबाह हो जाएगी अर्थव्यवस्था
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ते तनाव और युद्ध की आशंकाओं के बीच पाकिस्तान के राजनायिकों का कहना है कि भारत इस वक्त जंग लड़ने की गलती नहीं करेगा।
18
सितंबर
को
जम्मू-कश्मीर
के
उरी
सेक्टर
में
भारतीय
सेना
के
कैंप
पर
आतंकी
हमले
के
बाद
भारत-पाक
के
बीच
तनाव
बढ़ा
हुआ
है।
हमले
में
19
सैनिकों
के
शहीद
होने
के
बाद
भारत
में
गुस्सा
है।
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भारतीय सरकार ने हमले के बाद कड़ा रुख अपनाते हुए आंतक के मुद्दे पर पाकिस्तान को बेनकाब करने की बात कहते हुए उसे दुनिया में अलग-थलग करने की बात कही है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी पाक को आतंक के मुद्दे पर खरी-खरी सुनाई है। इसके बाद पाकिस्तान में इस बात को लेकर चर्चा है कि क्या भारत पाकिस्तान को दुनिया में अलग- थलग करने में कामयाब होगा।
खुद ही अलग-थलग पड़ जाएगा भारत
पाकिस्तान के अखबार ने अपने देश के कई राजनायिकों से बात करते हुए इस मुद्दे पर उनसे जाना है कि क्या पाकिस्तान पर भारत के साथ जंग और दुनिया में अलग-थलग होने का खतरा मंडरा रहा है।
अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी राजनायिकों का मानना है कि भारत इस वक्त जंग करने की नहीं सोच सकता। पाकिस्तानी राजनायिकों की राय है कि अगर युद्ध होता है तो ये भारत की अर्थव्यवस्था को तबाह कर देगा।
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पाक राजनायिकों के मुताबिक, युद्ध भारत को बड़ी मुश्किल में डाल देगा और इस बात को भारत भी जानता है, इसलिए दोनों मुल्कों के बीच जंग के आसार नहीं हैं।
भारत की पाक को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग कर देने की बात को भी पाक राजनायिक सहीं नहीं मानते, उनके अनुसार पाक को अलग-थलग करने की भारत की बात ख्याली पुलाव है। उनके मुताबिक अगर युद्ध हुआ तो भारत खुद ही दुनिया में अलग-थलग पड़ जाएगा।
कराची स्टॉक एक्सचेंज में हलचल
हालांकि एक तरफ पाक राजनायिक जंग से भारत की राजनायिक भारत की अर्थव्यवस्था के तबाह हो जाने की बात कह रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ उरी हमले के बाद बढ़े तनाव का कराची स्टॉक एक्सचेंज पर सीधा असर देखने को मिला है।
18 सितंबर को उरी पर हमले के बाद कराची स्टॉक एक्सचेंज में गिरावट देखने को मिली है। राजनायिकों का दावा भले ही ये हो कि भारत-पाक में युद्ध जैसे हालात नहीं हैं लेकिन पाक के सेना प्रमुख सेना को अलर्ट रहने की बात कह चुके हैं।
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वहीं पाक के सीनियर पत्रकार जाहिद हुसैन ने पाक के दुनिया में अलग-थलग हो जाने के मुद्दे पर कहा कि पाकिस्तान को अपनी विदश नीति पर गौर करने की जरूरत है।
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जाहिद का कहना है कि पाकिस्तान जरूरत से ज्यादा चीन की तरफ देख रहा है, जो ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपनी विदेश नीति पर पुनर्विचार करते हुए दुनिया में अपनी जगह बेहतर रनी चाहिए।
भारत और पाकिस्तान में 18 सितंबर को उरी पर आतंकी हमले के बाद चरम पर है। एक तरफ भारत जहां इसके लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार बताते हुए उसे दुनिया में बेनकाब करने की बात कह रहा है, तो वहीं पाक का कहना है कि उसका इस हमले से कोई ताल्लुक नहीं है। भारत कश्मीर मुद्दे से लोगों का ध्यान हटान के लिए ये सब कर रहा है।