CM के ताज के साथ फडणवीस के सामने होगी ये चुनौतियां
मुंबई। देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के पहले ब्राह्मण मुख्यमंत्री बन गए है। 44 साल के फडणवीस ने वाडखरे स्टेडियम में शानदार समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ उनके 9 मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली है। इन पद को संभालने के साथ ही फडणवीस के सामने 6 अहम चुनौतियां आ गई है। आपको एक-एक कर इन चुनौतियों के बारे में बताते हैं।
स्थिर
सरकार
देना
भाजपा
ने
महाराष्ट्र
में
सरकार
तो
बना
ली
है,
लेकिन
वो
अल्पमत
की
सरकार
है।
उन्हें
बहुमत
साबित
करने
के
लिए
सहयोगी
की
तलाश
करने
होगी.
हलांकि
एनसीपी
ने
उन्हें
बाहर
से
समर्थन
देने
का
आश्वासन
तो
दिया
है
और
शपथ
ग्रहण
समारोह
में
शिवसेना
प्रमुख
उद्धव
ठाकरे
की
मौजूदगी
से
लगने
लगा
कि
भाजपा-शिवसेनी
की
दरार
भरने
लगी
है।
ऐसे
में
देवेंद्र
फडणवीस
के
सामने
सबसे
बड़ी
और
पहली
चुनौती
होगी
महाराष्ट्र
में
स्थिर
सराकर
देना।
भ्रष्टाचार
सबसे
बड़ी
चुनौती
देवेंद्र
फडणवीस
ने
कहा
था
कि
जिस
तरह
से
केन्द्र
में
नरेन्द्र
मोदी
सुशासन
ला
रहे
है
उसी
तरह
से
वो
महाराष्ट्र
में
सुशासन
लाकर
दिखाएंगे।
उनके
इस
राह
में
भ्रष्टाचार
सबसे
बड़ा
रोड़ा
है।
राज्य
में
देवेंद्र
फडणवीस
के
नेतृत्व
में
बनने
वाली
नई
सरकार
के
समक्ष
भ्रष्टाचार
मामलों
की
जांच
से
जुड़ी
फाइलों
को
मंजूरी
देना
एक
चुनौती
है।
भ्रष्टाचार
के
76
मामले
ऐसे
हैं
जिनमें
एंटी
करप्शन
ब्यूरो
को
सरकार
से
जांच
की
अनुमति
मिलने
का
इंतजार
है।
खास
बात
ये
भी
है
कि
इनमें
से
अधिकांश
मामले
पूर्ववर्ती
कांग्रेस-राकांपा
सरकार
के
वरिष्ठ
मंत्रियों
व
अधिकारियों
से
जुड़े
हैं।
मुंबई
को
अंतरराष्ट्रीय
स्तर
का
बनाना
आहची
मुबंई
का
सपना
देख
रहे
लोगों
का
सपना
साकार
करना
अब
फडणवीस
की
जिम्मेदारी
होगी।
लोगों
के
लिए
आशियाना,
आर्थिक
राजधानी
की
ट्रैफिक
जाम,
चर्चगेट-विरार
के
लिए
एलिवेटेड
रेल
प्रोजेक्ट
का
काम
शुरू
करने
की
चुनौती
होगी।
मुंबई
के
नए
अंतरराष्ट्रीय
एयरपोर्ट
और
ट्रांस
हार्बर
लिंक
पर
काम
तेज
करने
की
चुनौती
होगी।
इंडस्ट्री
फ्रेडली
महाराष्ट्र
की
चुनौती
आम
आदमी
से
लेकर
इंडस्ट्री,
सभी
को
नई
सरकार
से
बहुत
उम्मीदें
हैं।
महाराष्ट्र
की
नई
सरकार
इन
उम्मीदों
पर
कितनी
खड़ी
उतरेगी
ये
तो
आने
वाला
वक्त
बताएंगा,
लेकिन
नए
सीएम
से
सबकी
आस
जग
गई
है।
आम
आदमी
की
मुंबई
महाराष्ट्र
आज
भी
पानी,
बिजली
और
सड़क
पर
ही
अटका
हुआ
है।
लिहाजा
महाराष्ट्र
में
सबसे
पहले
सड़क,
बिजली
और
पानी
की
सुविधाओं
पर
फोकस
जरूरी
है।
किसानों की उम्मीदों पर कैसे खड़े उतरेंगे फडणवीस
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने महाराष्ट्र की सिंचाई समस्या भी एक बड़ी चुनौती है। कहीं सूखा तो कहीं बाढ़। कर्ज में डूबे किसानों की आत्महत्या को रोकना उनके लिए चुनौतीपूर्ण होगा।