Morena news: मुगलकालीन गढ़ी में घूम रहे थे लोग, अचानक मिल गए मुगलकालीन तोप के गोले
मुरैना के सुमावली में मिले मुगलकालीन तोप के 2 गोले, सुमावली में स्थित मुगलकालीन गढ़ी में मिले गोले, पुरातत्व विभाग की टीम इन तोप के गोलों को लेकर आई जिला मुख्यालय, तोप के गोलों को संग्रहालय में रखा गया
Morena में मुगलकालीन तोप के गोले मिले हैं। यह गोले मुरैना जिले के सुमावली कस्बे में मौजूद एक पुराने किले में मिले हैं। इस किले को मुगलकालीन गढ़ी के नाम से जाना जाता है। यह गढ़ी पुरातत्व विभाग की देखरेख में है और इसी गढ़ी में मुगलकालीन तोप के दो गोले मिले हैं जिन्हें मुरैना के अमर शहीद पंडित राम प्रसाद बिस्मिल संग्रहालय में रखा गया है।
मुरैना शहर से 20 किलोमीटर दूर स्थित है गढ़ी
जहां मुगलकालीन तोप के गोले मिले हैं वह स्थान मुरैना शहर से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। 20 किलोमीटर दूर स्थित सुमावली कस्बे में यह तोप के गोले मिले हैं। सुमावली में राजा सोमप्रताप का पुराना किला है जिसे लोग घूमने के लिए जाते हैं। यही किला मुगलकालीन गढ़ी के नाम से प्रसिद्ध है। पुरातत्व विभाग इस मुगलकालीन गढ़ी की निगरानी करता है।
झाड़ियों में मिले तोप के गोले
पुरातत्व विभाग के मुरैना जिले के अधिकारी अशोक शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह तोप के गोले मुगलकालीन गढ़ी में घूमने आने वाले लोगों को झाड़ियों में मिले हैं। एक गोला एक दिन मिला जबकि दूसरा गोला दूसरे दिन मिला। खास बात यह रही कि जिन लोगों को यह तोप के गोले मिले उन लोगों ने एक तोप का गोला एक कबाड़ी वाले को बेच दिया था।
पुरातत्व विभाग को मिली तोप के गोलों की जानकारी
तोप के गोले मिलने की जानकारी जब पुरातत्व विभाग को मिली तो पुरातत्व विभाग का एक दल सुमावली पहुंच गया। यहां पुरातत्व विभाग के दल ने सबसे पहले कबाड़ी की दुकान पर पहुंचकर दुकान पर बेचे गए तोप के गोले को जब्त करने की कार्रवाई की इसके बाद दूसरे तोप के गोले को भी अपने संरक्षण में लिया। पुरातत्व विभाग का दल दोनों तोप के गोले लेकर जिला मुख्यालय पर आ गया और इन तोप के गोलों को संग्रहालय में रख दिया।
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सोमप्रताप के किले में रह चुका है बारूद खाना
पुरातत्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सोमप्रताप के किले में बारूद खाना रह चुका है इसलिए वहां ये तोप के गोले मिले हैं। पुरातत्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पुरातत्व विभाग का दल अब इस मुगलकालीन गढ़ी का निरीक्षण करेगा और वहां देखेगा कि तोप के गोलों की तरह ही कोई और पुरातत्व विभाग के महत्व की दृष्टि से वस्तु गढ़ी के अंदर मौजूद है अथवा नहीं।