मुरैना में वर्दीधारी पुलिसकर्मी को पुलिस ने पकड़ा, वजह जानकर हैरान रह जाएंगे आप
मुरैना में बर्खास्त पुलिसकर्मी ने एक युवक का अपहरण करके कर ली लूट
मुरैना, 26 जुलाई। मुरैना में एक वर्दीधारी पुलिसकर्मी को पुलिस ने ही गिरफ्तार कर लिया और उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। सुनकर आप थोड़े हैरान जरूर हो जाएंगे लेकिन वजह जानकर आप चौक जायेंगे। दरअसल पूरा मामला चंबल के मुरैना जिले का है। यहां एक बर्खास्त सिपाही ने पुलिस की वर्दी पहन कर न केवल एक युवक का अपहरण किया, बल्कि उसके साथ लूट की वारदात को भी अंजाम दिया।
मुरैना
के
हाउसिंग
कॉलोनी
गेट
से
किया
युवक
को
अगवा
मुरैना
के
हाउसिंग
कॉलोनी
गेट
से
रवि
नाम
के
एक
युवक
को
पुलिस
की
वर्दी
पहने
हुए
धर्मेंद्र
गुर्जर
ने
रोक
लिया।
धर्मेंद्र
गुर्जर
के
साथ
उसका
एक
साथी
संदीप
भी
मौजूद
था
और
दोनों
स्कॉर्पियो
गाड़ी
में
बैठे
हुए
थे।
धर्मेंद्र
गुर्जर
ने
वर्दी
का
रौब
दिखाते
हुए
रवि
बाथम
नाम
के
युवक
से
कहा
कि
वह
स्मैक
बेचता
है
इसलिए
उसे
गिरफ्तार
किया
जा
रहा
है।
स्मैक
बेचने
का
आरोप
लगाते
हुए
रवि
को
जबरन
गाड़ी
में
बिठाया
धर्मेंद्र
गुर्जर
ने
रवि
बाथम
पर
आरोप
लगाया
कि
वह
स्मैक
बेचने
का
काम
करता
है
और
उसको
डरा
धमका
कर
अपनी
गाड़ी
में
बिठा
कर
यह
कहा
कि
पुलिस
ने
उसे
गिरफ्तार
कर
लिया
है।
पुलिस
की
गिरफ्तारी
देखकर
रवि
बुरी
तरह
घबरा
गया
और
धर्मेंद्र
के
सामने
गिड़गिड़ाने
लगा।
धर्मेंद्र
ने
कर
दी
रुपयों
की
मांग
धर्मेंद्र
ने
रवि
को
छोड़ने
के
बदले
में
उससे
रुपयों
की
मांग
की।
धर्मेंद्र
ने
रवि
से
एक
लाख
रुपए
मांगे,
लेकिन
रवि
एक
लाख
रुपए
देने
में
सक्षम
नहीं
था।
धर्मेंद्र
ने
रवि
की
जेब
में
रखे
हुए
1620
रुपए
लूट
लिए
और
इसके
बाद
उसे
अगवा
करके
नूराबाद
थाने
तक
ले
गया।
थाने
के
गेट
पर
ले
जाकर
पैसे
देने
का
बनाया
दबाब
वर्दी
पहने
हुए
धर्मेंद्र
ने
अपने
साथी
संदीप
के
साथ
मिलकर
रवि
का
अपहरण
किया
और
उसे
स्कॉर्पियो
गाड़ी
में
डालकर
नूराबाद
थाने
के
गेट
तक
ले
गया।
यहां
पर
उसने
रवि
पर
एक
लाख
देने
का
दबाव
बनाया।
मौके
पर
धर्मेंद्र
ने
अपने
एक
परिचित
को
भी
बुलवा
लिया।
तीनों
ने
मिलकर
रवि
से
ऑनलाइन
₹10000
ट्रांसफर
करा
लिए।
धर्मेंद्र
की
हरकत
की
खबर
मिलते
ही
पुलिस
ने
किया
गिरफ्तार
पुलिस
को
जैसे
ही
खबर
मिली
कि
एक
युवक
को
मुरैना
से
अगवा
करके
लाया
गया
है।
यह
सूचना
मिलते
ही
नूराबाद
थाना
पुलिस
ने
धर्मेंद्र
को
मौके
पर
ही
गिरफ्तार
कर
लिया
और
उसके
कब्जे
से
रवि
को
भी
मुक्त
करा
लिया।
धर्मेंद्र
के
साथ
उसके
सहयोगी
संदीप
को
भी
पुलिस
ने
हिरासत
में
ले
लिया।
पुलिस
विभाग
से
धर्मेंद्र
हो
चुका
है
बर्खास्त
पुलिस
विभाग
से
धर्मेंद्र
गुर्जर
बर्खास्त
हो
चुका
है।
धर्मेंद्र
गुर्जर
के
खिलाफ
विदिशा
जिले
में
लूट
का
मामला
भी
दर्ज
है।
बर्खास्त
होने
के
बावजूद
धर्मेंद्र
पैसा
कमाने
के
चक्कर
में
पुलिस
की
वर्दी
पहनकर
लोगों
पर
रौब
झाड़ता
घूमता
था।
पुलिस
ने
धर्मेंद्र
को
समय
रहते
पकड़
लिया
वर्ना
वर्दी
की
आड़
में
वह
कोई
बड़ा
केस
कर
सकता
था।