कृषि कानूनों के बाद CAA को वापस लेने की उठी मांग, मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा- सियासी ड्रामा शुरू हो गया है
मुरादाबाद, 21 नवंबर: कृषि कानूनों के बाद अब देश में नागरिकता संसोधन कानून (सीएए) को भी वापस लेने की मांग जोर पकड़ रही है। कई मुस्लिम संगठनों और नागरिक समाज के सदस्यों ने सरकार से नागरिकता (संशोधन) अधिनियम को भी निरस्त करने का आग्रह किया है। इस पर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने जवाब दिया है। मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आर्टिकल 370 और नागरिकता कानून वापस लेने की अब मांग उठ रही है। जो लोग यह मांग कर रहे हैं, वे जानते हैं कि नागरिकता कानून नागरिकता छीनने का नहीं बल्कि नागरिकता देने का कानून है।

नकवी ने कहा- सियासी ड्रामा शुरू हो गया है...
यूपी के मुरादाबाद में मीडिया से बात करते हुए नकवी ने कहा, ''सियासी ड्रामा शुरू हो गया है। कोई कहता है कि सीएए को निरस्त कर देना चाहिए, धारा 370 को खत्म करना चाहिए।'' नकवी ने आगे कहा, ''वो यह अच्छी तरह जानते हैं कि सीएए नागरिकता छीनने के बारे में नहीं है बल्कि बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान में उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता प्रदान करने के बारे में है। वहीं, अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के साथ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बहुत सारे मुद्दों का समाधान हो गया है और लोगों को मुख्यधारा में लाया गया है। वे भी राजनीतिक प्रक्रिया का हिस्सा बन रहे हैं।''
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कृषि कानून के बाद अब CAA कानून वापसी की उठ रही मांग
बता दें, कृषि कानून वापस होने के बाद अब सीएए कानून वापस लेने की मांग उठी है। जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने सरकार से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को कृषि कानूनों की तरह वापस लेने की मांग की है। वहीं, जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सदातुल्ला हुसैनी ने कहा कि हम अब सरकार से सीएए-एनआरसी आदि जैसे अन्य जन-विरोधी और संविधान-विरोधी कानूनों की ओर ध्यान देने का आग्रह करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि उन्हें भी जल्द से जल्द वापस ले लिया जाए।