मुरादाबादः एंटी करप्शन टीम के सामने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया दारोगा
मुरादाबाद। मझोला थाना क्षेत्र के नया मुरादाबाद चौकी इंचार्ज दारोगा को दस हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा। दारोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया। घटना के बाद से पूरे महकमे में हड़कंप मच गया। आरोपी दारोगा ने एक मामले में जांच के दौरान दस हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिसमें से उसे तीन हजार रुपये दे दिए गए थे। पीड़ित ने दारोगा के खिलाफ एसएसपी से भी शिकायत की थी।
बेटे की मौत के बाद किया था मुकदमा
ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र के रामपुर घोघर गांव निवासी ब्रह्मपाल सिंह का बेटा संजीव कुमार की मझोला थाना क्षेत्र के सेक्टर 12 में ससुराल है। ढाई साल से मंझोला थाना क्षेत्र के नया मुरादाबाद स्थित सेक्टर 13 में अपनी पत्नी रीना के साथ किराए पर रहता था। संजीव राज एक्सपोर्ट फर्म में एचआर की नौकरी करता था।
बेटे ने कर ली आत्महत्या
पिता ब्रहमपाल सिंह ने बताया कि 29 सितम्बर को संजीव कुमार का फोन आया था। फोन पर बताया कि पत्नी रीना कुमारी किसी के साथ बाइक पर घूम रही है। उसके बाद पत्नी रीना और युवक ने उसके साथ मारपीट की थी। सुबह के समय ब्रह्मपाल जब नया मुरादाबाद पहुंचे तो संजीव कुमार कमरे में पंखे से लटका हुआ था। इस मामले में मंझोला पुलिस को सूचना दी।
दारोगा ने की थी रिश्वत की मांग
पिता ब्रह्मपाल की तहरीर पर पुलिस ने संजीव कुमार को आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने के आरोप में उसकी पत्नी रीना, महावीर, कमलेश और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले कि जांच नया मुरादाबाद चौकी इंचार्ज जितेंद्र तोमर कर रहे हैं। एक हफ्ता पहले ब्रह्मपाल चौकी इंचार्ज जितेंद्र तोमर से मिले और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। इस पर जितेंद्र तोमर ने ब्रह्मपाल से रिश्वत की डिमांड की थी।
पिता ने जैसे-तैसे दिए तीन हजार
ब्रह्मपाल ने अपनी गरीबी का हवाला दिया लेकिन दारोगा जितेंद्र तोमर ने एक न सुनी। उसके बाद जैसे तैसे करके ब्रह्मपाल ने अपने बहनोई सुशील कुमार निवासी चाऊ की बस्ती को बुलाया। उसके बाद दारोगा जितेंद्र तोमर को तीन हजार रुपए दे दिए। दारोगा जितेंद्र तोमर ने दस हजार की और डिमांड की। इस मामले में पीड़ित ने एसएसपी अमित पाठक से दारोगा की शिकायत की थी। इसके बाद दारोगा के बार-बार फोन करने पर पीड़ित परेशान होने लगे।
एंटी करप्शन टीम से साधा संपर्क
पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से संपर्क साधा। एंटी करप्शन टीम के कहने पर ब्रह्मपाल ने दारोगा को पैसे देने की हामी भर ली। बृहस्पतिवार को दस हजार रुपए देने की बात कही। दोपहर में ब्रह्मपाल अपने बेटे सचिन और बहनोई सुशील कुमार के साथ गागन तिराहे पर मिठाई की दुकान पर पहुंच गए।
फोन करके दारोगा जितेंद्र तोमर को भी बुला लिया गया। ब्रह्मपाल ने दारोगा जितेंद्र तोमर को दस हजार रुपए दे दिए। एंटी करप्शन टीम को देख कर दारोगा जितेंद्र तोमर ने नोट से भरा थैला फेंक दिया। उसके बाद ब्रह्मपाल के बेटे सचिन ने दारोगा जितेंद्र तोमर को थैला उठाकर दे दिया।
टीम ने दबोच लिया
एंटी करप्शन टीम ने दारोगा जितेंद्र तोमर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया। एंटी करप्शन टीम दारोगा जितेंद्र तोमर को पकड़कर पाकबड़ा थाने ले आई। एंटी करप्शन टीम ने पाकबड़ा थाने में सबके बयान दर्ज किए। इसी के आधार पर दारोगा जितेंद्र तोमर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।