मोदी के मंत्री ने खोला राज- 'प्रिंसिपल कहते थे 10 वीं भी पास नहीं कर पाऊंगा'
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नई दिल्लीः जब वो 10वीं क्लास में पढ़ते थे तो प्रिंसिपल ने माता-पिता को स्कूल में बुलाया और कहा कि आपका बच्चा 10 वीं पास नहीं कर पाएगा। प्रिंसिपल ने कुछ भी कहा हो लेकिन इस बच्चे के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। कुछ साल बाद ये बच्चा आईएएस बन गया और आज मोदी सरकार में मंत्री है। हम बात कर रहे हैं केंद्रीय पर्यटन मंत्री अल्फोंस कन्नथानम की।
अल्फोंस कन्नथानम ने बताए कई राज
अल्फोंस कन्नथानम ने एक इंटरव्यू में अपनी जिंदगी के कई राज सांझा किए। उन्होंने बताया की जब वो दसवीं क्लास में पढ़ते थे तो क्लास के सबसे बुधु बच्चे थे, उन्हें स्कूल में कभी भी किसी भी एक्टविटी में कोई ईनाम नहीं मिला।
अल्फोंस को डिमोलिशन मैन के नाम से जाना जाता है
अल्फोंस को डिमोलिशन मैन के नाम से जाना जाता है। ऐसा इसलिए हैं क्योंकि जब वो दिल्ली विकास प्राधिकरण के आयुक्त थे तो उन्होंने अवैध इमारतों के खिलाफ एक बड़ा अभियान छेड़ा। जिसके बाद वो डिमोलिशन मैन के नाम से मशहूर हो गए थे। उन्होंने डीडीए क्षेत्र में बनी लगभग 15,000 गैरकानूनी इमारतों को हटा दिया था। उनके इस काम के लिए साल 1994 में उन्हें टाइम मैग्जीन ने युवा वैश्विक हस्तियों की सूची में शामिल किया।
निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में केरल से विधानसभा चुनाव लड़ा था।
साल 2006 में अल्फोंस ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में केरल से विधानसभा चुनाव लड़ा था। पहली बार चुनाव लड़ रहे अल्फोंज को जीत मिली। कुछ ही समय बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया और भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बन गए। फिलहाल अल्फोंज मोदी सरकार में मंत्री हैं।
अगस्त 1953 में हुआ था जन्म
मोदी सरकार में केंद्रीय पर्यटन मंत्री अल्फोंस कन्नथानम का जन्म केरल के मणिमाला गांव में अगस्त 1953 में हुआ था। वो 9 भाई-बहन थे, जो बाद में अल्फोंस के पिता द्वारा दो और बच्चे गोद लेने के बाद 11 हो गए।
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