नगर पालिका में लिपिक का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल, मचा हड़कंप
मिर्जापुर। नगर पालिका मिर्जापुर में नामांतरण के लिपिक की ओर से पैसे लेने का वीडियो वायरल हो रहा है। नगरपालिका के अधिकारियों का कहना है कि यह वीडियो पुराना है। भ्रष्टाचार से मामला जुड़ा होने के चलते वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। नगरपालिका ने इस मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया है।
नामांतरण
का
है
मामला
एक
भवन
स्वामी
ने
नामांतरण
के
लिए
अपनी
फाइल
काफी
दिनों
से
नगर
पालिका
के
लालडिग्गी
स्थित
कर
कार्यालय
में
जमा
की
थी।
उस
पर
कोई
कार्रवाई
नहीं
की
गई
थी।
इसके
लिए
उसने
नपाध्यक्ष
से
भी
संपर्क
किया
तो
उसको
लिपिक
के
पास
भेज
दिया
गया।
उसके
बाद
भी
उसका
काम
नहीं
हुआ
तो
उससे
पालिका
के
ही
किसी
व्यक्ति
ने
संपर्क
किया
और
कहा
कि
यदि
वह
पांच
हजार
रुपए
दे
दें
तो
उसका
काम
तत्काल
हो
जाएगा।
इसके
बाद
किसी
तीसरे
व्यक्ति
ने
रुपया
देने
का
पूरा
वीडियो
रिकॉर्ड
कर
लिया
और
बाद
में
उसे
वायरल
कर
दिया।
हालांकि
यह
घटना
कई
माह
पुरानी
बताई
जाती
है।
फंसाने
का
लगाया
आरोप
नगर
पालिका
कर्मियों
का
कहना
है
कि
उनको
फंसाया
जा
रहा
है।
जब
मामला
नहीं
सेट
हुआ
तो
वीडियो
वायरल
कर
दिया
गया।
इसमें
नगर
पालिका
के
कई
कर्मियों
की
भूमिका
संदिग्ध
बताई
जाती
है।
बहरहाल
यह
तो
तय
हो
गया
कि
नगर
पालिका
में
भ्रष्टाचार
की
जड़ें
गहरे
में
जम
चुकी
हैं।
लोगों
का
सालों
चक्कर
लगाते
समय
बीत
जाता
है
लेकिन
उनका
काम
नहीं
हो
पाता
है।
इस
प्रकरण
से
हो
सकता
है
कि
नपाकर्मियों
की
आंखें
खुलें
और
वातावरण
कुछ
ठीक
हो।
नागरिकों
का
आरोप
है
कि
पालिका
में
हर
काम
के
लिए
निर्धारित
रकम
तय
है।
जब
तक
वह
नहीं
मिलती,
किसी
का
काम
नहीं
होता
है।
नपा अध्यक्ष ने गठित की गई जांच कमेटी
नगरपालिका अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने बताया कि यह मामला तीन से चार माह पुराना लगता है। वीडियो में जिसको दिखाया जा रहा है, वह जलकल विभाग का कर्मचारी है। अब यह देखना होगा कि क्या यह वीडियो सही है। और यदि सही है तो इसको इतने दिनों तक क्यों रोककर रखा गया था। इस प्रकरण की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है। ईओ की अध्यक्षता वाली यह समिति पूरे प्रकरण की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट नपाध्यक्ष को देगी। उसके बाद कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकरण से पूरे नगर पालिका कर्मचारियों में जबरदस्त हलचल है।