Mirzapur: जिन्हें पति-पत्नी समझ दिया था मकान वो निकलीं युवतियां, इस तरह पाई थी नौकरी
Mirzapur News, मिर्जापुर। खबर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मिर्जापुर जिले (Mirzapur) से है, यहां एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। दरअसल, प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लापता हुई दो युवतियां मिर्जापुर जिले के अहरौरा थाना क्षेत्र के एक मोहल्ले में मिली है। दोनों युवतियों को तलाश करते हुए उनके परिजन पुलिस के साथ यहां पहुंचे थे। अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें चौंकने वाली कौन सी बात है। तो हम आपको बताया कि दोनों युवतियां यहां पति-पत्नी बन कर रह रहे थे और मोहल्ले के लोग भी उन्हें पति-पत्नी समझ रहे थे।
इस बात का खुलासा होने पर सभी हतप्रभ हो गए। फिलहाल पुलिस ने दोनों लड़कियों को औपचारिकता पूरी करने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबितक, लखनऊ निवासी दोनों पड़ोसी लड़कियों के आपस में प्रेम संबंध हो गए। दोनों साढ़े तीन माह पूर्व घर से भागकर अहरौरा क्षेत्र में किराये के मकान में रहने लगीं। इस दौरान एक युवती जीविकोपार्जन के लिए युवक बन गई और प्रिंटिंग प्रेस में नौकरी करने लगी थी।
बता दें, अली रेन के नाम से फर्जी आधार कार्ड मकान मालिक को दिया था। इसके आधार पर दोनों लगभग साढ़े तीन माह तक किराये के मकान में रहीं। इतना ही नहीं, फर्जी आधार कार्ड पर ही अली रेन ने प्रिंटिंग प्रेस में नौकरी भी पा ली थी। प्रिंटिंग प्रेस का मालिक व आसपास के लोग उसके पहनावे और चाल-ढाल से उसको लड़का ही समझते रहे।
इस बीच, तलाश में जुटे परिजनों को सूचना मिली कि अहरौरा में दोनों को देखा गया है। जिस पर वह यहां पहुंचे और हालात को देखते हुए पुलिस को खबर कर दी। जब पुलिस वहां पहुंची तो मोहल्ले के लोगों की भीड़ लग गई। वहां खड़े सभी लोग यह सोचकर परेशान थे कि जिनको वह कई महीनों से पति-पत्नी समझ रहे थे वह वास्तव में युवतियां थीं। थानाध्यक्ष राजेश चौबे ने बताया कि लखनऊ के चिनहट थाने में दोनों के विरुद्ध गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज है। दोनों वयस्क हैं। जिससे हिरासत में लेने के बाद लिखा-पढ़ी करके उन्हें परिजनों को सौंप दिया गया है।