15 KM जंगल पार कर पैदल पढ़ने जाती हैं लड़कियां, सोनू सूद को पता चली बात तो भेज दी साइकिल
मिर्जापुर। बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद (Sonu Sood) लॉकडाउन के दौरान गरीबों के लिए मसीहा बनकर उभरे और पिछले काफी लम्बे वक्त से वो लोगों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने किसी का घर पहुंचा तो किसी का इलाज करवाया। तो वहीं, किसी को अच्छी शिक्षा के लिए सुविधा उपलब्ध कराई तो किसी को रोजगार दिलवाया। लोगों को सोनू सूद से इतनी उम्मीद है कि कुछ भी मांग बैठते हैं और सोनू सूद भी अपने चाहने वालों को निराश नहीं करते।
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सोनू
सूद
से
ट्वीट
कर
मांगी
थी
मदद
हाल
ही
में
संतोष
चौहान
नाम
के
एक
ट्विटर
यूजर
ने
सोनू
सूद
को
ट्वीट
कर
मदद
मांगी
थी।
संतोष
ने
अपने
ट्वीट
में
लिखा,
'सोनू
सूद
जी
गांव
में
35
लड़कियां
हैं
जिन्हें
पढ़ने
के
लिए
8
से
15
किलोमीटर
जंगल
के
रास्ते
से
जाना
पड़ता
है।
सिर्फ
कुछ
के
पास
ही
साइकिल
है।
यह
नक्सल
प्रभावित
रास्ता
है।
डर
से
इनके
परिवार
वाले
आगे
नहीं
पढ़ने
देंगे।
अगर
आप
इन
सभी
को
साइकिल
दे
पाएं
तो
इनका
भविष्य
सुधर
जाएगा।'
बेटियों
को
पढ़ने
के
लिए
नहीं
भेजते
परिजन
दरअसल,
मिर्जापुर
जिले
की
चुनार
तहसील
के
बरही
गांव
में
आठवीं
कक्षा
पास
करने
के
बाद
पढ़ाई
के
लिए
अहरौरा
स्थित
स्कूल
जाना
होता
है।
गांव
से
स्कूल
की
दूरी
करीब
13
किलोमीटर
है।
इसी
तरह
सारादह
गांव
की
बेटियों
को
पांचवीं
के
बाद
आगे
की
पढ़ाई
के
लिए
15
किलोमीटर
का
सफर
तय
करना
होता
है।
कई
बार
साइकिल
की
व्यवस्था
ना
होने
से
बेटियां
शिक्षा
से
वंचित
रह
जाती
थीं।
यह
गांव
नक्सल
प्रभावित
इलाकों
में
आते
हैं
और
विंध्य
की
पहाड़ियों
के
बीच
स्थिति
होने
के
कारण
बेटियों
के
परिजन
उन्हें
आगे
की
पढ़ाई
करने
के
लिए
आगे
नहीं
भेजते
थे।
सभी
को
पहुंचाई
साइकिल
संतोष
के
ट्वीट
पर
सोनू
सूद
का
ध्यान
गया
तो
उन्होंने
भरोसा
दिलाया
कि
वो
हर
लड़की
को
साइकिल
देंगे।
सोनू
सूद
ने
ट्वीट
कर
लिखा,
'गांव
की
हर
लड़की
के
पास
साइकिल
होगी
और
हर
लड़की
पढ़ेगी।
परिवारवालों
से
कह
देना
साइकिल
पहुंच
रही
हैं,
बस
चाय
तैयार
रखना।'
इसके
बाद
अब
सोनू
सूद
ने
अपना
वादा
पूरा
करते
हुए
सभी
को
साइकिल
पहुंचा
दी
है।
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